बदमाशों ने दलित परिवार से की मारपीट, जलाया घर, अभी तक नहीं हुई कार्रवाई, न्याय के लिए बच्चों के साथ दर-दर भटक रहे दंपति

कुशीनगर. अपराध मुक्त प्रदेश का दावा फेल होता नजर आ रहा है. दबंगों द्वारा दलित परिवार को मारने पीटने व घर जलाने के पांच दिन बाद भी न मुकदमा पंजीकृत हुआ और न ही कोई कार्रवाई हुई है. पीड़ित परिवार स्थानीय थाना और उच्च अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहा है|
बता दें कि 27 अक्टूबर को रामकोला थाना क्षेत्र के ग्राम उर्दहा निवासी सिंधु देवी पत्नी तेज बहादुर का घर जल गया. सिंधु देवी ने 28 अक्टूबर को थाना अध्यक्ष रामकोला को नामजद तहरीर दी कि गांव के ही दबंग ठाकुर कुशवाहा पुत्र सीताराम अपने परिवार के साथ 27 अक्टूबर को दिन में तीन बजे मारे-पीटे उस समय मेरे पति मजदूरी करने गए थे. मेरे रोने-चिल्लाने के चलते गांव वाले इक्कट्ठा होने लगे. उसके बाद घर मे ही जला कर मारने की धमकी देते हुए चले गए.मेरे पति शाम को मजदूरी कर घर लौटे तो हम लोग खाना खाकर बच्चों के साथ सो गए. रात में करीब 1 बजे मेरा फुस का घर जलने लगा. हम लोग बच्चों को लेकर बाहर भाग कर जान बचाए, लेकिन मेरा गृहस्थी का सारा सामान जल कर खाक हो गया है|
घर जलने की सूचना पर राजस्व विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंच कर मौका मोआइन किया, लेकिन तहरीर देने के बाद भी रामकोला पुलिस घटनास्थल के निरीक्षण करने का जहमत नहीं उठाया. उसके बाद पीड़ित दलित परिवार पुलिस अधीक्षक को भी पत्र दिया है, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई और पीड़ित दंपति खुले आसमान के नीचे सहमे-सहमे जीवन काटने को मजबूर है. जब इस संबंध में थानाध्यक्ष रामकोला अखिलेश कुमार सिंह से दूरभाष पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि आज मुकदमा दर्ज किया जा रहा है|
सौजन्य :लल्लूराम
दिनाक :2 नवम्बर 20 23
नोट : समाचार मूलरूप सेlalluram.com में प्रकाशित हुआ है मानवाधिकारों के प्रति सवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित