न्याय न मिलने पर गांव छोड़ने पर मजबूर हो रहे दलित समाज के लोग, पांच दिन का अल्टीमेटम
कुरुक्षेत्र। एक मामले के चलते न्याय न मिलने पर दलित समाज के लोग गांव मोहनपुर छोड़ने को मजबूर हैं। अगले पांच दिन तक पुलिस ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए बेघर हुए लोगाें को फिर से वापस नहीं लाया गया तो कड़ा आंदोलन किया जाएगा। यह कहना है अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार, जिलाध्यक्ष रघवीर पंवार व समाज के अन्य लोगों का। वे रविवार को रविदास आश्रम में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि उक्त गांव में दबंग लोगों ने मजबूर किया और समाज की एक महिला को आत्महत्या करनी पड़ी। इसमें पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई की बजाय महिला के पति पर ही मामला दर्ज कर लिया तो अन्य लोगों पर भी प्रताड़ना शुरू कर दी गई। न्याय न मिलने और डर के चलते समाज के करीब 30 घरों के लोग बेघर होकर गांव से जा चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाए कि पुलिस प्रशासन आरोपियों के साथ सांठगांठ के चलते ही सही कार्रवाई नहीं कर रहा है और अगले पांच दिन तक भी यही रवैया रहा तो कड़ा आंदोलन करेंगे।
सौजन्य : Amar ujala
नोट : समाचार मूलरूप से amarujala.com में प्रकाशित हुआ है ! मानवाधिकारों के प्रति सवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित !