Assam: बाल विवाह के खिलाफ जारी अभियान में 915 गिरफ्तार, पुलिस ने रिश्तेदार और शादी कराने वालों को भी पकड़ा
इस साल फरवरी में बाल विवाह के खिलाफ जारी अभियान पहले चरण के अभियान के बाद मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ अभियान के पहले चरण में कुल 4515 मामले दर्ज किए गए थे और 3483 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पहले चरण में दर्ज कुल प्राथमिकी में से 95.5 प्रतिशत मामलों में आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं।
गुवाहाटी: असम में बाल विवाह के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दूसरे चरण में 915 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पीटीआई के खबरे के अनुसार, राज्य के डीजीपी जीपी सिंह ने बुधवार को बताया कि सोमवार शाम को अभियान का दूसरा चरण शुरू किया गया था और कुल 710 मामले पंजीकृत किए गए हैं। डीजीपी ने बताया कि गिरफ्तार 915 लोगों में 546 पति, 353 रिश्तेदार और 16 विवाह कराने वाले हैं।
95.5 प्रतिशत मामलों में आरोप पत्र दाखिल
उन्होंने कहा कि इस साल फरवरी में पहले चरण के अभियान के बाद बाल विवाह के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ अभियान के पहले चरण में कुल 4,515 मामले दर्ज किए गए थे और 3,483 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। सिंह ने बताया कि पहले चरण में दर्ज कुल प्राथमिकी में से 95.5 प्रतिशत मामलों में आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं।
बढ़ सकती है संख्या
बाल विवाह के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत के बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कहा था कि 1,039 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और यह संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि अभियान देर रात तक चलेगा। आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक 192 लोगों को धुबरी में गिरफ्तार किया गया है, जबकि बारपेटा में 143, कामरूप में 50, करीमगंज में 47, हैलाकांडी में 40 और कछार जिले में 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस साल फरवरी में बाल विवाह के खिलाफ जारी अभियान पहले चरण के अभियान के बाद मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ अभियान के पहले चरण में कुल 4515 मामले दर्ज किए गए थे और 3483 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पहले चरण में दर्ज कुल प्राथमिकी में से 95.5 प्रतिशत मामलों में आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं।
एजेंसी, गुवाहाटी: असम में बाल विवाह के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दूसरे चरण में 915 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पीटीआई के खबरे के अनुसार, राज्य के डीजीपी जीपी सिंह ने बुधवार को बताया कि सोमवार शाम को अभियान का दूसरा चरण शुरू किया गया था और कुल 710 मामले पंजीकृत किए गए हैं। डीजीपी ने बताया कि गिरफ्तार 915 लोगों में 546 पति, 353 रिश्तेदार और 16 विवाह कराने वाले हैं।
95.5 प्रतिशत मामलों में आरोप पत्र दाखिल
उन्होंने कहा कि इस साल फरवरी में पहले चरण के अभियान के बाद बाल विवाह के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ अभियान के पहले चरण में कुल 4,515 मामले दर्ज किए गए थे और 3,483 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। सिंह ने बताया कि पहले चरण में दर्ज कुल प्राथमिकी में से 95.5 प्रतिशत मामलों में आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं।
बढ़ सकती है संख्या
बाल विवाह के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत के बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कहा था कि 1,039 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और यह संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि अभियान देर रात तक चलेगा। आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक 192 लोगों को धुबरी में गिरफ्तार किया गया है, जबकि बारपेटा में 143, कामरूप में 50, करीमगंज में 47, हैलाकांडी में 40 और कछार जिले में 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सौजन्य : दैनिक जागरण
नोट : समाचार मूलरूप से jagran.com में प्रकाशित हुआ है ! मानवाधिकारों के प्रति सवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित !