राजस्थान: दलित महिला को उठा ले गया दबंग, बंधक बनाकर किया रेप, फिर कमरे में बंदकर भैंस चराने चला गया
राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहर थाना इलाके में एक दलित महिला को बंधक बनाकर रेप करने का मामला सामने आया |
झालावाड़. राजस्थान में एक और दलित महिला रेप का शिकार हो गई. वारदात मध्यप्रदेश से सटे राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना इलाके में सामने आई है. वारदात के बाद पीड़िता किसी तरह से आरोपी के चंगुल से निकलकर भागी और पुलिस के पास पहुंची. लेकिन पुलिस ने भी मामला दर्ज करने में आनाकानी की और उसे साढ़े तीन घंटे तक बिठाकर रखा. बाद में वारदात की भनक जब मीडिया को लगी तो पुलिस ने शुक्रवार देर रात मामला दर्ज किया. पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट पर रेप और दलित उत्पीड़न का मामला दर्ज किया है.
पुलिस के अनुसार वारदात मनोहरथाना इलाके के खाती का पुरा गांव में हुई. वहां एक दलित महिला अपने रिश्तेदार के घर ठहरी हुई थी. उसी दौरान गांव एक दबंग मारपीट कर पीड़िता को उठाकर ले गया. दबंग ने रातभर महिला को अपने घर में बंधक बनाकर रखा और उससे रेप किया. फिर वह उसे एक कमरे में बंदकर वहां से चला गया|
पुलिस ने साढे़ तीन घंटे बिठाकर रखा
वहां से पीड़िता किसी तरह से खुद को मुक्त करवाकर भागी. उसने परिजनों और ग्रामीणों को मामले की जानकारी. उसके बाद सभी लोग पुलिस थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ शिकायत दी. पीड़िता और ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने मामला दर्ज करने में टालमटोल की और उनको करीब साढ़े तीन घंटे थाने पर बिठाकर रखा. पुलिस की रवैये को देखते हुए ग्रामीणों ने मीडिया तक यह बात पहुंचाई. इस पर मीडियाकर्मियों ने जब पुलिस से घटना की जानकारी मांगी तो पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया|
घर में घुसकर मारपीट करने का भी है आरोप
पीड़िता ने इस संबंध में खाती का पुरा गांव निवासी भंवरलाल तंवर के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कराया है. उसका आरोप है कि आरोपी ने उससे और उसकी रिश्तेदार महिला से गुरुवार रात को उनके घर में घुसकर मारपीट की. बाद में हथियार दिखाकर जबरन उठाकर अपने साथ ले गया. वहां उसने उसे अपने घर में बंधक बनाकर दुष्कर्म किया. इसके बाद आरोपी शुक्रवार को सुबह घर का ताला लगाकर भैंस चराने चला गया. दोपहर मे आरोपी के वापस लौटने पर वो मौका देखकर वहां से भाग निकली|
सौजन्य :न्यूज़ 18
नोट : समाचार मूलरूप से hindi.news18.com में प्रकाशित हुआ है ! मानवाधिकारों के प्रति सवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित!