सिरजम देई गांव के दलित बस्ती में मूलभूत सुविधाओं का टोटा
देवरिया । सबका साथ और सबका विकास की बात करने वाली सूबे की योगी आदित्यनाथ और केन्द्र की मोदी सरकार ने स्वच्छता और विकास के नाम पर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आम जन को विकास की मुख्य धारा में लाने का कार्य किया है। एक ओर जहां पूरा भारत आज़ादी के अमृत महोत्सव को मना रहा है वहीं आज भी गांवो में आम जन अपने मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जूझ रहे हैं, जो देश के लिए एक विडंबना कही जा सकती है।
जनपद देवरिया के विकास खंड बैतालपुर अंतर्गत सिरजम देई गांव में आज भी अनुसूचित जाति के लोग नारकीय जीवन जीने को बाध्य हैं। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर मनमानी व पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधान हम लोगों को विकास कार्य से बहिष्कृत कर दिए हैं। हमारे घर को आने जाने के लिए रास्ता बहुत खराब स्थिति में है। इन रास्तों से दो पहिया वाहन से भी आना दुश्वार है।
सड़कों पर गंदगी और जल जमाव बना हुआ है। हमारे यहां यह मुख्य रास्ता है और बरसात में घुटने भर पानी में हमारा आना जाना रहता है। गंदा पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। चंद्रिका ,संजीव कुमार, राजीव कुमार, शंभू प्रसाद आदि का कहना है कि गांव में तैनात सफाई कर्मी कभी दिखाई नहीं देता है। जबकि प्रधान हमारे घर की ओर कभी आते तक नहीं, न ही हमारी समस्याओं से उनको कोई सरोकार है। योगी सरकार चाहें जितने भी दावे कर ले पर सरकार के दावे विकास खंड बैतालपुर के इस गांव में प्रधान मोहन यादव के ऊपर बेअसर है। हमारी समस्या का समाधान करने वाला कोई नहीं है।
क्या कहना है ग्राम प्रधान मोहन यादव का
इस संबंध में ग्राम प्रधान मोहन यादव ने कहा कि हमारे पास बजट का अभाव है। दलित बस्ती में कार्य कराने के लिए हमारे पास कोई व्यवस्था नहीं है।
सौजन्य : Tarun mitra
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