बयाना में दलित छात्रा की पिटाई का मामला:टीचर के समर्थन में उतरे शिक्षक संगठन, निष्पक्ष जांच की मांग
बयाना कस्बे के भीमनगर स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक गंगाराम गुर्जर द्वारा स्टाफ कैंपर से पानी पीने की बात को लेकर कथित तौर पर दलित छात्र की पिटाई और फिर ग्रामीणों द्वारा शिक्षक की पिटाई का मामला तूल पकड़ रहा है। मामले में टीचर की गिरफ्तारी के बाद शिक्षक संगठन टीचर के समर्थन में उतर आए हैं। मंगलवार को भी शिक्षक संघ सियाराम से जुड़े शिक्षकों ने एसडीएम कार्यालय में नारेबाजी प्रदर्शन करते हुए अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी देवेंद्र शर्मा को एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में शिक्षकों ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने और शिक्षक के साथ मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। दो दिन में कार्रवाई नहीं होने पर शिक्षकों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। शिक्षकों ने नारेबाजी प्रदर्शन करते हुए बच्चों के साथ जातिगत भेदभाव के आरोपों को निराधार बताया। शिक्षकों ने कहा कि अध्यापक गंगाराम ने केवल बच्चों को अनुशासनहीनता करने पर टोका था। छात्र के परिजनों की ओर से एससी एसटी एक्ट का गलत तरीके से दुरुपयोग किया गया है। वहीं पुलिस ने भी मामले में जल्दबाजी करते हुए जांच पूरी किए बिना ही राजनीतिक दबाव में आकर शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है।
इससे शिक्षकों में रोष व्याप्त है। इस अवसर पर शिक्षक संघ सियाराम के प्रदेश उपाध्यक्ष बदन सिंह मीना, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य त्रिलोक उपाध्याय, ब्लॉक अध्यक्ष डॉ. विशंभर मीना, छैलबिहारी शर्मा, बृजकिशोर शर्मा, मुकेश बमनावत, मुकेश मीना, बहादुर सिंह, ज्वानसिंह, नवल सिंह, अरविंद कुमार, जगमोहन रावत, हरिराम गुर्जर, रामकुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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