संदिग्ध परिस्थिति में मिला था दलित मजदूर का शव, परिजनों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव, आरोप- पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
धौलपुर के झिरी गांव में दलित मजदूर का संदिग्ध परिस्थिति में शव मिलने के मामले में कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट का घेराव किया. उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है.
सरपंच प्रतिनिधि पर आरोप : सरमथुरा थाना प्रभारी कृपाल सिंह ने बताया कि संदिग्ध परिस्थिति में बरखंडी जाटव की मौत हुई थी. पूरे घटनाक्रम की पुलिस गहनता से जांच कर रही है. मामले में अनुसंधान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मृतक की बेटी पिंकी ने बताया कि उसके पिता झिरी ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि के यहां मजदूरी करते थे. मजदूरी के पैसे मांगने को लेकर विवाद हुआ था. विवाद के बाद पिता बरखंडी को 5 अगस्त 2023 को सरपंच प्रतिनिधि ने फोन कर बुलाया था, लेकिन वो घर वापस नहीं लौटे. 8 अगस्त 2023 को झिरी गांव के पास जंगलों में उनकी संदिग्ध परिस्थिति में लाश मिली थी. बेटी ने आरोप लगाया है कि सरपंच प्रतिनिधि ने इस घटना को अंजाम दिया है.
आरोपी राजीनामा का दबाव बना रहे : दूसरी बेटी फूलवती का आरोप है कि 9 अगस्त को नामजद आरोपी सरपंच प्रतिनिधि के खिलाफ सरमथुरा पुलिस थाने में केस दर्ज कराया था, लेकिन मुकदमा दर्ज होने के बावजूद भी पुलिस ने अभी तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की है. आरोपी राजीनामा का दबाव बनाने के साथ ही जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं. इसको लेकर समाज के लोगों ने सोमवार को परिजनों के साथ कलेक्ट्रेट कार्यालय पर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. परिजनों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर अनिल कुमार अग्रवाल को ज्ञापन प्रेषित किया है. ज्ञापन के माध्यम से दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
सौजन्य : Etv bharat
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