हाथरस में कांवड़ विवाद…गदाई गांव पहुंचे अधिकारी:पीड़ित दलित परिवारों से की बात, बोले- हम आपके साथ, जातीय तनाव फैलाने वालों की खैर नहीं
हाथरस में मुरसान क्षेत्र के गांव गदाई में दबंगों के उत्पीड़न से तंग आकर दलित समाज के लोगों ने पलायन की तैयारी शुरू कर दी थी। इसके लिए उन्होंने अपने मकानों पर ”ये घर बिकाऊ है” लिखवा दिया था। मामला तूल पकड़ा तो स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया। बुधवार को SDM सदर, CO सादाबाद समेत कई अधिकारी गदाई गांव पहुंचे। यहां पीड़ितों से बातचीत की गई।
इससे पहले एसपी ऑफिस पहुंचे पीड़ित दलित परिवारों ने गांव के ही कुछ दबंगों पर आरोप लगाया था। पीड़ितों ने कहा था कि जब गांव के युवक डाक कांवड़ लेकर पहुंचे, तो उन्हें गांव के मंदिर में इसे चढ़ाने से मना कर दिया गया। विवाद हुआ और पुलिस आई। इसके बाद आगे पूजा-अर्चना के साथ कांवड़ चढ़ाई गई। लेकिन पुलिस के जाने के बाद दबंग इनपर हावी हो गए। उन्होंने एक घर पर धावा बोल दिया और मारपीट की। जातिसूचक गालियां देते हुए घर जलाने और जान से मारने की धमकी दी गई।
इसके बाद दलित समाज के लोगों ने गांव से पलायन का निर्णय लिया था। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन में खलबली मच गई थी। बुधवार को एसडीएम सदर रविंद्र कुमार, सीओ सादाबाद गोपाल सिंह व अन्य अधिकारियों ने पीड़ितों के अलावा गांव के अन्य ग्रामीणों से बात की। सभी से शांति व्यवस्था मुहाल रखने और आपसी भाईचारे के साथ रहने की अपील की गई।
असामाजिक तत्वों के खिलाफ होगी कार्रवाई…
साथ ही अधिकारियों ने लोगों को आश्वासन दिया कि जो भी कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेगा या जातीय तनाव फैलाने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बैठक के उपरांत अधिकारी वहां से चले आए। इस मामले में सीओ सादाबाद का कहना है कि गांव में पूरी तरह से शांति है। किसी तरह का कोई तनाव नहीं है। असामाजिक तत्वों पर लगातार निगाह रखी जा रही है।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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