बिहार में घर में घुसकर दलित लड़की को उठा ले गये दूसरे समुदाय के लोग, 11 दिन बाद नाबालिग लड़की की हुई रिहाई
बिहार में 11 दिन पहले एक दलित परिवार के घर पर दूसरे समुदाय के लोगों ने हमला कर दिया. फिर से उस घर से एक नाबालिग लड़की को उठा लिया गया. इस दौरान लड़की के माता और पिता की जमकर पिटाई भी की गयी और 40 हजार रूपये लूट लिये गये. 11 दिन नाबालिग लड़की की रिहाई हुई है. इस मामले में भाजपा ने आंदोलन की चेतावनी दी थी, जिसके बाद पुलिस की सक्रियता बढ़ी थी.
मामला पश्चिम चंपारण जिले के कंगली थाना क्षेत्र का है. 24 जुलाई को वहां एक गांव में दलित के घर में घुसकर माता- पिता की पिटाई कर किशोरी को जबरन उठाकर ले गए थे. पुलिस ने अब लड़की को रिहा करवाया है. इस मामले के मुख्य आरोपी सलमान मियां को अब गिरफ्तार किया गया है. उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है. सलमान मियां सबैठवा गांव के आलम मियां का बेटा है.
इस घटना के संबंध में लड़की की मां ने एफआईआर दर्ज करायी थी. उसमें आरोप लगाया गया था कि दूसरे समुदाय के 8 लोगों ने घर पर हमला बोल दिया था. आरोपियों ने घर में घुसकर लड़की के परिजनों के साथ मारपीट की. इसके साथ घर में रखे गये 40 हजार रुपये भी लूट लिये. फिर जबरन नाबालिग लडकी को अपने साथ अगवा कर ले गये.
हमला करने वालों की पिटाई से लड़की के पिता जख्मी हो गये. उन्हें इलाज के लिए जीएमसीएच बेतिया में भर्ती कराया गया है. पुलिस कह रही है कि इस कांड के कुल आठ नामजद आरोपितों में से पांच की गिरफ्तारी हो चुकी है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने के बाद चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. लेकिन घटना के मुख्य आरोपी सलमान मियां और लड़की का पता नहीं चल पाया था.
इस घटना को लेकर भाजपा ने आंदोलन की चेतावनी दी थी. भाजपा नेताओं का आरोप था कि जान बूझकर पुलिस ना तो मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर रही है और ना ही अपहृत लड़की का पता लगा रही है. भाजपा ने पुलिस पर आरोपियों से साठगांठ का आरोप लगाया था. भाजपा के आंदोलन की चेतावनी के बाद पुलिस हरकत में आयी और आखिरकार लड़की को बरामद कर लिया गया.
सौजन्य : First bihar
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