बिहार बाबा साहब के संविधान से चलेगा या चाचा भतीजा के संविधान से? : अनिल कुमार
मुजफ्फरपुर: जिले के सदर थाना क्षेत्र के खबरा गुरदासपुर के स्वर्गीय नगीना पासवान के 16 वर्षीय पुत्र आकाश कुमार की गोली मार कर हुए हत्या मामले में मंगलवार को प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार के नेतृत्व में बहुजन समाज पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल मृतक के घर पहुंची तथा शोकाकुल परिवार से मिलकर सांत्वना देते हुए उनका हाल जाना और आर्थिक मदद की तथा मीडिया के माध्यम से हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
इस मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने कहा की आज प्रशासन और बिहार की सरकार पूरी तरह से सामंतवादी विचार धारा के लोगों एवं मनुवादियों के आगे नतमस्तक है। ऐसे में सरकार कैसे चलेगी, यह स्पष्ट करना होगा? नीतीश कुमार अपनी कुर्सी संभालने में लगे रहेंगे, चाचा भतीजा अपनी कुर्सी संभालने में रहेंगे, बीजेपी अपनी कुर्सी हथियाने में लगी रहेगी। उन्होंने कहा की बिहार किस संविधान से चल रहा है, कौन सा संविधान बिहार के अंदर है। आज यहां नाबालिग बच्चे आकाश कुमार पासवान की इसलिए कर दी जाती है कि वो सामंतवादी और मनुवादी विचार धारा के लोगों के यहां वह मजदूरी करने को तैयार नही था।
अनिल कुमार ने कहा की आजादी के 75 साल बाद जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है वहीं पिछड़ों, अति पिछड़ों व दलितों को बिहार में स्वतंत्र जीने का अधिकार नही है। एक विशेष जाति के लोगों द्वारा गोली मारकर गरीब के बेटे की हत्या कर दी जाती है,और यहां की सरकार और यहां की प्रशासन बिल्कुल सोई रहती है। प्रशासन उल्टा हत्या का विरोध कर रहे परिवार के लोगों के ऊपर पुलिस आपराधिक धारा लगाकर प्राथमिकी दर्ज करा देती है। हत्या के आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।
अनिल कुमार ने कहा की बीते लगभग एक महीने में मुजफ्फरपुर जिला के परसौनी दूबे ग्राम में दलित समाज के शिवनाथ राम जी की हत्या पानी पीने के कारण हो जाती हैं, बंधुआ मजदूर नहीं बनने के कारण सोनपुर के सैदपुर में पिछड़े समाज के राजा पटेल जी की हत्या हो जाती है, मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में रौशन कुमार और पवन कुमार की हत्या हो जाती है, और सरकार या प्रशासन की तरफ से अपराधियों को पकड़ने तक की कोशिश नहीं की गई। लेकिन हमारे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने आपको दलित और पिछड़े का हितैषी बतलाकर हम बहुजनों को बरगला रहे हैं। एक तरफ दलित और पिछड़े समाज के भाईयों की हत्याएं सामंतवादी कर रहे हैं और दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नए कानून बनाकर सामंतवादी आनंद मोहन को रिहा करती है,जिसने दलित जिलाधिकारी जी कृष्णैया की हत्या कर दी थी। आखिर क्या है मामला? बिहार सरकार यह बताए कि बिहार बाबा साहब के बनाए संविधान से चलेगा या चाचा भतीजा के संविधान से।
बसपा प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने कहा की यहां के पिछड़े पीड़ित परिवार को आज भी धमकी मिल रही है और सरकार, प्रशासन और स्थानीय पुलिस बिल्कुल मनुवादी व्यवस्था के साथ खड़ी है, पिछड़े परिवार को न्याय दिलाने के लिए नही खड़ी है। उन्होंने कहा की मीडिया के माध्यम से बहुजन समाज पार्टी जिला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन और बिहार की सरकार को यह कहना चाहती है कि इस मामले को संज्ञान में ले और जल्द से जल्द हत्यारों को गिरफ्तार करे और स्पीडी ट्रायल कराकर अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाई जाय, पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले और स्थानीय जो दबंग किस्म के लोग है जो पीड़ित परिवार को डरा रहे है, धमका रहे है उसे डराना, धमकाना बंद करे और उस परिवार को सुरक्षा की व्यवस्था कराए। मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो, प्रदेश महासचिव संजय मंडल, प्रदेश सचिव विनोद कुमार, जिला अध्यक्ष राजेंद्र राम, जिला प्रभारी अली जी, राजा यादव इत्यादि मौजूद थे।
सौजन्य : Tarun mitra
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