अधिवक्ता और दबंगों ने दलित महिला की जमीन हड़पी, मुकदमा दर्ज
साहब, एक दबंग उसके पास आये और जमीन खरीदने का सौदा किया। बोला कि तुम्हारी जमीन में अपने आदमी के नाम करा दूंगा, जो हरिजन है जिससे जिलाधिकारी की परमिशन की जरुरत नहीं पड़ेगी और पहले एक विक्रय करार रजिस्ट्रार ऑफिस में करायेंगे और कुछ रुपये तुम्हें देंगे। बाकी पैसा चार-पांच महीने बाद रजिस्टर्ड बैनामा के साथ देंगे। आरोप है कि वकील के कहने पर दबंगों ने दलित की सारी जमीन हड़प ली। पीड़िता ने डीएम से न्याय की मांग की। डीएम के आदेश पर नवाबाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
नहीं पड़ेगी डीएम के परमिशन की जरुरत
नवाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम मुस्तरा के पास रहने वाली श्रीमती सूरजो ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि वह हरिजन जाति की अनपढ़ व वृद्ध महिला है। उसके नाम मौजा मुस्तरा तहसील व जिला झाँसी की खसस संख्या 498, 499 व 447 की कुल 1.490 हे. भूमि है। जिसकी वह मालिक व काबिज है। शिकायती पत्र में कहा है कि उसको अपनी घरेलू व पारिवारिक जरुरतों हेतु कुछ रुपयों की आवश्यकता थी। परिजनों की सहमति से उसने अपनी डेढ़ बीघा भूमि विक्रय करना तय किया और उक्त जमीन में से डेढ़ बीघा भूमि बिकाऊ कर दी। उसकी जमीन खरीदने के लिए बजरंग कालौनी में रहने वाला रितेश यादव आया और जमीन खरीदना का सौदा किया। रितेश यादव बोला कि तुम्हारी जमीन में अपने आदमी भागीरथ निवासी ग्राम अमरौख थाना मोंठ के नाम करा दूंगा, जो हरिजन है जिससे जिलाधिकारी की परमिशन की जरुरत नहीं पड़ेगी और पहले एक विक्रय करार रजिस्ट्रार ऑफिस झाँसी में कराएंगे और कुछ रुपये तुम्हे दे देंगे। बाकी पैसा चार-पांच महीने बाद रजिस्टर्ड बैनामा के समय दे देंगे।
शिकायती पत्र में कहा है कि वह जमीन का बैनामा करने को तैयार हो गयी। 5 जनवरी 2023 को रितेश यादव अपने रिश्तेदार रोहणेन्द्र सिंह निवासी टौरिया मंदिर के पीछे नेहरु नगर ललितपुर के साथ उसके घर आये और उसका व उसके पति बाबूलाल को अपने साथ रजिस्ट्रार कार्यालय ले गया। एस के बादल एडवोकेट से लिखापढ़ी करायी। एस के बादल और रितेश यादव की सह पर उसका व उसके पति के अनपढ़ होने का फायदा उठाते हुए कहा कि आपकी डेढ़ बीघा जमीन बेचने का करार हो रहा है, आपके पति बाबूलाल को गवाही देनी होगी। इसके लिए वह व उसका पति तैयार हो गया। रीतेश यादव, रोहणेन्द्र व एस के बादल बोले कि अभी पांच लाख रुपये का चैक दे रहे है। बाकी रुपया जब रजिस्ट्री करायेंगे, तब देंगे। वह इन लोगों के झाँसे में आ गयी व षडयंत्र में फंस गयी।
शिकायती पत्र में कहा है कि वह व उसके पति से एस के बादल एडवोकेट ने कई कागजों पर अंगूठे लगवाये और रजिस्ट्रार साहब के सामने हमें पेश किया। इसी दौरान जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण किया गया और उक्त दस्तावेजों के संबंध में उसे व उसके पति से पूछा गया तो बताया कि यह विक्रय करार में रीतेश के आदमी भागीरथ के नाम कर रही हूं, इतना सुनते ही रीतेश यादव, रोहणेन्द्र व एस के बादल एडवोकेट वहां से रजिस्टर्ड बैनामा के मूल कागजात लेकर भाग गये।
जान से मार देने की धमकी
शिकायती पत्र में कहा है कि कुछ दिनों बाद 15 जुलाई 2023 का एक झूठा नोटिस रितेश व भागीरथ ने उसको भिजवाया और उसको धमकाया कि अगर जमीन हमारे नाम नहीं की तो जान से मार देंगे। मां बहन की गालियां। रितेश यादव ने उसको घर आकर जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया व दरवाजे के बाहर धमकाया। आरोप है कि रितेश आदि ने रजिस्ट्रार साहब से मिलकर षड़यंत्र पूर्वक धोखाधड़ी की व कूटरचित रजिस्टर्ड बैनामा विक्रय करार के नाम पर तैयार किया। उसकी पूरी जमीन हड़पने की कोशिश की। शिकायती पत्र के माध्यम से मुकदमा दर्ज करने की मांग की। जिलाधिकारी के आदेश पर नवाबाद पुलिस ने रितेश यादव, रोहणेन्द्र सिंह, एस के बादल व भागीरथ के खिलाफ दफा 420, 504,506, एससी/एसटी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।
सौजन्य : News track
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