मिड-डे मील में दलित विद्यार्थियों से भेदभाव
नवाबगंज। तहसील क्षेत्र के फाजिलपुर गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के स्टाफ पर अभिभावकों ने दलित वर्ग के बच्चों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है। शनिवार को थाना समाधान दिवस में इसकी शिकायत की गई। बीएसए ने मामले की जांच कराने की बात कही है।
नवाबगंज थाने पहुंचे गांव के प्रेमपाल ने बताया कि उनकी बेटी चंद्रप्रभा विद्यालय में कक्षा दो की छात्रा है। शनिवार को वह चोटिल होकर घर आई। पूछने पर उसने बताया कि मिड-डे मील लेने के लिए दलित छात्र-छात्राओं को अपने घर से बर्तन लाने के लिए कहा जाता है। आधे घंटे के भोजनावकाश में बच्चों को घर जाकर बर्तन लाना होता है। भोजन करने के बाद उसे वापस घर भी पहुंचाना होता है।
शनिवार को इसी भागदौड़ में गिरकर वह चोटिल हो गई। उन्होंने बताया कि जब वह इसकी शिकायत करने विद्यालय गए तो वहां उनके साथ अभद्रता की गई। बेटी का नाम काटने की धमकी दी। नाराज होकर वह गांव के नरेंद्र कुमार, पुष्पेंद्र कुमार, देवदत्त, मनोज कुमार, तारादेवी, डोरीलाल, नन्ही देवी के साथ थाने पहुंचे। शिक्षिकाओं पर कार्रवाई के लिए उन्होंने तहरीर दी है।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका माया देवी ने बताया कि सभी विद्यार्थियों को एक साथ बैठाकर भोजन दिया जाता है। बर्तन भी विद्यालय की ओर से मिलते हैं। भेदभाव का आरोप गलत है। नल पर हाथ धोते समय छात्रा चोटिल हो गई थी। वहीं, इंस्पेक्टर राजीव कुमार सिंह ने बताया गांव के कई लोग शनिवार को शिकायत करने आए थे। मामले की जांच कराई जा रही है।
मामला संज्ञान में आया है। सोमवार को जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए जाएंगे। जांच में आरोप सही पाए जाने पर संबंधित शिक्षिकाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। – संजय सिंह, बीएसए
सौजन्य : Amar ujala
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