OBC समुदाय ने दलित समुदाय के मोहल्ले से निकलने वाले नाले को नहीं दी मंजूरी, अब मचा बवाल
कोयंबटूर. तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले के एक गांव में पानी निकासी को लेकर दो समुदायों के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है. वहीं पुलिस ने इस तनाव को ध्यान में रखते हुए कुछ पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी है. ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके. दरअसल, कोयंबटूर के एक गांव में प्रमुख पूलुवा गाउंडर समुदाय (ओबीसी) ने पास की आदि द्रविड़ कॉलोनी के निवासियों (दलित) के लिए जल निकासी व्यवस्था प्रदान करने के काम को रोक दिया है. इसके बाद पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है.
ओट्टारपलायम ग्राम पंचायत के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने चार महीने पहले अनुर के पास पूलुवापलायम में आदि द्रविड़ कॉलोनी में जल निकासी पर काम शुरू किया था. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारियों ने कहा, “हमारी योजना इसे उस जल निकासी से जोड़ने की थी जो तीन दशक पहले उस क्षेत्र में बनाई गई थी, जहां प्रमुख समुदाय के लोग रहते हैं. जब हमने अंतिम लिंकेज का काम शुरू किया, तो पूलुवा गौंडरों ने यह कहते हुए इसे रोक दिया कि वे अनुसूचित जाति के सीवेज के पानी की अनुमति नहीं देंगे. उनके क्षेत्र में जल निकासी से गुजरने के लिए समझौता करना पड़ेगा.”
अधिकारी ने कहा कि उन्होंने पुराने जल निकासी नेटवर्क के एक हिस्से को चौड़ा करके नए को जोड़ने के लिए ध्वस्त कर दिया था. अधिकारी ने कहा कि कुछ महीने पहले आदि द्रविड़ कॉलोनी इलाके में नाले में सीवेज का पानी जमा हो गया था. हमने तब सीवेज के पानी को मोड़ने के लिए गांव में ओवरहेड टैंक के पास एक बड़ा गड्ढा खोदने का फैसला किया. हालांकि, प्रमुख समुदाय के लोगों ने इस कदम पर भी आपत्ति जताई और कहा कि सीवेज का पानी पीने के पानी में मिल जाएगा.
दोनों समुदायों के बीच तनाव बढ़ने के कारण, अधिकारियों को शांति बैठक आयोजित करने के लिए मजबूर होना पड़ा. हालांकि, पूलुवा गौंडर समुदाय के लोग अपना रुख बदलने के मूड में नहीं थे. बता दें कि कम से कम 15 पुलिस कर्मी एक सप्ताह से अधिक समय से गांव की रखवाली कर रहे हैं.
सौजन्य : News18
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