दलित उत्पीड़न पर कलेक्टर से गुहार, दबंगों पर नहीं दर्ज होती FIR; बच्चों सहित पीड़ितों का प्रदर्शन
शाजापुर: मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में दलित उत्पीड़न का मामला बढ़ता जा रहा है. इसको लेकर लोगों में प्रशासन के खिलाफ खासा नाराजगी है. बुधवार के दिन कलेक्टर कार्यालय के बाहर अखिल भारतीय बलाई महासंघ ने धरना प्रदर्शन किया. एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में अखिल भारतीय बलाई महासंघ के पदाधिकारी समेत अन्य लोग बड़ी संख्या में जुटे हैं. इसमें कई लोग दलित उत्पीड़न
बलाई महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम मालवीय ने बताया कि शाजापुर जिले में लगातार दलित उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. घटनाओं को लेकर जब पीड़ित परिवार थाने पहुंचते हैं तो शाजापुर पुलिस के द्वारा उनकी सुनवाई नहीं की जा रही है. इससे परेशान होकर उन्हें धरने पर बैठना पड़ा है.
दी जाती हैं जातिसूचक गालियां
इसके साथ ही राधेश्याम मालवीय ने चेतावनी देते हुए बताया कि उनका धरना प्रदर्शन 1 दिन का है. यदि 1 दिन के बाद भी प्रशासन उनकी कोई सुनवाई नहीं करता है तो आने वाले समय में चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं, पीड़ित महिला जसवंत ने बताया कि मेरे पड़ोस में ही रहने वाले लोग जमीन के लिए मुझको जातिसूचक गाली देते हैं. आए दिन मेरे और परिवार के साथ मारपीट करते हैं.
छोटी जाति होने के कारण किया जा रहा भेदभाव
पीड़ित महिला ने बताया कि आज मेरे बेटे को यह लोग जान से मार देते तो इसका जिम्मेदार कौन होता? हम थाने पर जाते हैं तो वहां पर हमारी रिपोर्ट नहीं लिखी जाती है. अब हम जाएं तो कहां जाएं? हमें न्याय मिले इसी बात को लेकर आज हम कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं. कलेक्टर साहब से यही अपील करते हैं कि हमें न्याय दिलाया जाए. छोटी जाति का होने के कारण हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है.
दलितों पर बढ़ता जा रहा है अत्याचार
वहीं, अखिल भारतीय श्री बलाई महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम मालवीय ने कहा कि आए दिन दलितों पर अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है. थाने पर हमारे लोगों की सुनवाई नहीं हो रही है. हमारे लोग थाने पर रिपोर्ट लिखाने जाते हैं तो उल्टा हमारे लोगों को ही बिठा लिया जाता है. थाने पर बिठा कर धमकाया जाता है.
हत्या के आरोपियों को बचा रही पुलिस
उन्होंने कहा कि शाजापुर के ऐसे कई मामले हैं. एक मामला लालजी राम पिता किशन लाल जाति बलाई निवासी ग्राम डगीच की मृत्यु मार्च में हो गई थी. आरोपी पाटीदार अमर सिंह कारण द्वारा हत्या की गई है. परंतु पुलिस थाना कोतवाली शाजापुर हत्या के आरोपियों को बचा रही है.
दबंगों पर पुलिस नहीं देती ध्यान
दूसरा मामला धीरेंद्र पिता गंगाराम मालवीय जाति बलाई निवासी उण्डाई का है. जहां पर दबंगों द्वारा इनका घर का कार्य रोक दिया गया है. ऐसे कई मामले हैं लेकिन अभी तक प्रशासन के द्वारा इन मामलों में ना तो एफआईआर की गई है. ना ही कुछ ठोस कदम उठाए गए हैं. आए दिन दलित परिवारों के ऊपर अत्याचार बढ़ रहा है. लेकिन पुलिस इनकी ओर ध्यान नहीं दे रही है.
उन्होंने कहा कि जब यह लोग थाने पर एफआईआर कराने जाते हैं. तो इनकी रिपोर्ट नहीं लिखी जाती है. आवेदन लेकर इनको थाने पर से रवाना कर दिया जाता है. सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने पर एक युवक को करीब 2 घंटे से अधिक थाने पर बिठाया गया. उसको सीएम हेल्पलाइन वापस लेने को कहा गया.
सौजन्य : Tv9 hindi
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