पुत्र रोहित जोशी के बाद अब पिता महेश जोशी समेत 8 पर केस दर्ज, दलित युवक के पिता ने लगाए गंभीरतम आरोप
जयपुर में चांदी की टकसाल स्थित कंवर नगर में सौ गज जमीन का मामला बढ़ता जा रहा है। जमीन के मालिक के द्वारा सुसाइड़ करने पर अब परिवार के सामने भूखे मरने की नौबत आ रही है। चाय की थड़ी चलाकर परिवार पालने वाले रामप्रसाद के पिता, पत्नी और अन्य लोगों ने प्रशासनिक अफसरों के साथ ही मंत्री तक पर आरोप लगाए हैं। उनकी शिकायत पर अब मंत्री और प्रशासनिक अफसरों समेत सात से आठ लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज हो गई है। एफआईआर में मंत्री महेश जोशी का भी नाम है। हांलाकि इस मामले में मंत्री का कहना है कि अभी उनको पूरे मामले की जानकारी नहीं है, बिना जानकारी कुछ नहीं कहा जा सकता है।
एफआईआर में गंभीर आरोप लगाए मृतम रामप्रसाद के पिता ने, रात में दर्ज कराई गई एफआईआर रामप्रसाद के पिता महावीर मीणा की शिकायत पर सुभाष चौक थाने में आईपीसी सेक्शन 306 समेत एससी एसटी एक्ट एवं अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। दर्ज एफआईर में महावीर मीणा ने लिखवाया है कि बेटा गुमसुम था, मैने पूछा क्या हुआ तो उसने कहा कि मंत्री, होटल मालिक और नजदीक ही स्थित मंदिर के लोग अपनी ही जमीन पर मकान नहीं बनाने दे रहे हैं। जबकि हमें साल 2017 में निगम का पट्टा भी मिल गया था।
पिता ने आरोप लगाए कि विजिलेंस अफसर नीलकमण मीणा भी लगातार धमका रहे थे और कह रहे थे कि मेरे उपर मंत्री महेश जोशी का दबाव है, तुम्हारे मकान का निर्माण नहीं होने दिया जा सकता। पिता महावीर मीणा ने एफआईआर में दर्ज कराया है कि सभी लोग मिलकर लगातार दबाव बना रहे थे। हम हमारी ही जमीन पर मकान नहीं बनवा पा रहे थे। बेटा परेशान था… लेकिन यह कदम उठाएगा मैंने नहीं सोचा था। सुसाइड़ वीडियो भी पुलिस अफसरों को सौंपा गया है। परिवार ने किरोड़ी लाल मीणा से भी मदद मांगी है।
आज गोलमा और किरोडी लाल मीणा के आने की संभावना:
उधर अब परिवार ने लाश रखकर धरने प्रदर्शन शुरु कर दिया है। मृतक रामप्रसाद की लाश को उनके ही घर में एक कमरे में लॉक कर दिया गया है। परिवार के लोगों का कहना है कि जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, सरकार मुआवजा नहीं देगी, सरकारी नौकरी नहीं दी जाएगी… तब तक शव को नहीं उठाया जाएगा। फिर चाहे कुछ भी हो। बताया जा रहा है कि यह पूरा मामला आज और ज्यादा बढ़ सकता है।
परिवार के लोगों के रिश्तेदार अन्य शहरों से पहुंच रहे हैं। भीम आर्मी के नेता भी यहां आ रहे हैं। ऐसे में बवाल और बढना तय है। इस पूरे मामले में फिलहाल पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह का बयान नहीं दिया है। लेकिन डीसीपी नोर्थ राशि डोगरा का कहना है कि कानून के हिसाब से कार्रवाई की जा रही है। पूरे मसले के बारे में उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है।
सौजन्य : Patrika
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