पुरी में गांववालों ने 12 दलित परिवार का बंद किया हुक्का-पानी, पीड़ितों ने SP से लगाई न्याय की गुहार
चंदनपुर में एक गांव के 12 दलित परिवारों का गांव वालों ने हुक्का पानी बंद कर दिया है। घटना चंदनपुर के उत्तरहना गांव की है। पीड़ित परिवारों ने पुरी एसपी से मुलाकात की और आरोप लगाया कि ग्रामीणों ने कंगारू कोर्ट के माध्यम से उन्हें यह सजा सुनायी गई है।
पुरी: पुरी जिले के चंदनपुर में एक गांव के 12 दलितों परिवार का गांव वालों ने हुक्का-पानी बंद कर दिया है। यह घटना चंदनपुर उत्तरहना गांव का है। पीड़ित परिवार के सदस्यों ने पुरी एसपी से मुलाकात की और आरोप लगाया कि ग्रामीणों ने कंगारू कोर्ट के माध्यम से उन्हें यह सजा सुनायी गई है।
दलित परिवार ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार
दलित परिवार के सदस्यों ने एसपी से गुहार लगाई है कि कानून के तहत उन्हें न्याय दिलाया जाए। उत्तरहना गांव के फरियादी आर्तत्राण सेठी के मुताबिक, कुछ दिन पहले गांव में भाइयों के बीच विवाद हो गया था।
ऐसे में एक के खिलाफ शिकायत करने के लिए हम जैसे दलितों को हथियार बनाया गया। हम इससे सहमत नहीं थे। नतीजतन, उन्हें पिछले तीन साल से गांव में दुकान, बाजार, गांव ठकुरानी मंदिर से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
गांव वालों के विरोध का करना पड़ रहा सामना
शिकायत के अनुसार, पणा संक्रांति के दिन पीड़ित लोग गांव की ठकुरानी को पणा समर्पित किए थे। चूंकि, उनपर गांव के ब्राह्मणों से पूजा कराने पर रोक थी। ऐसे में दूसरे गांव के ब्राह्मण को बुलाकर पूजा की। इसके बाद भी उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा।
दुकान, तालाब और कुओं पर लगाया प्रतिबंध
जानकारी के अनुसार, तीन दिन पहले गांव के लोगों ने दुकान, बाजार, तालाब और कुओं के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिससे 12 अप्रैल को पीड़ित लोग गांव में ठाकुरानी के दर्शन भी नहीं कर पाएं।
दलित परिवार के सदस्यों ने आम लोगों की तरह गांव में आने-जाने की व्यवस्था कराने के साथ उन्हें कानूनी सहायता मुहैया कराने की मांग की है। वहीं, प्रशासन ने कहा है कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
सौजन्य : Dainik jagran
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