मंदिर बना रहे मजदूरों को वर्ग विशेष के युवकों ने पीटा, क्षेत्र में तनाव
इंदौर। शहर से लगे बांक गांव में 150 साल पुराने शीतला माता मंदिर का जीर्णोद्धार किया जा था जिस पर कुछ वर्ग विशेष के युवकों ने कड़ी आपत्ति ली। गाली-गलौज के साथ काम कर रहे मजदूरों की पिटाई कर दी। घटना के बाद गांव के हिंदू परिवारों ने धरना दे दिया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई तो दलित नेता और बजरंगियों ने मैदान पकड़ लिया। इधर, तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस फोर्स लगा दिया गया।
12 साल में गांव गेर माता का पूजन होता है ताकि गांव में खुशहाली रहे और कोई अनिष्ठ न हो। ये परंपरा मालवा-निमाड़ सहित देश के कई हिस्सों में मनाई जाती है। ऐसा ही आयोजन शहर से लगी हुई बांक पंचायत में 15 अप्रैल को होने जा रहा है। इसको लेकर गांव के हिंदू दलित परिवार तैयारियां कर रहे हैं। यहां पर 150 साल पुराना शीतला माता मंदिर है जिसके जीर्णशीर्ण होने पर काम कराया जा रहा है। मंदिर का जीर्णोद्धार कर रहे मजदूरों को कुछ अल्पसंख्यक युवाओं ने काम करने से रोका और बाद में उनकी बेरहमी से पिटाई कर दी।
मारपीट की घटना से नाराज परिवारों ने चंदन नगर थाने का घेराव किया और अखिल भारतीय बलाई महासभा के अध्यक्ष मनोज परमार को घटना की जानकारी दी। परमार कुछ समय में थाने पहुंच गए। तनाव की जानकारी लगने पर बजरंग दल नेता तन्नू शर्मा और जिला मंत्री अविनाश कौशल भी आ गए। मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई।
पहले तो पुलिस आनाकानी करने लगी, लेकिन बाद में बड़े आंदोलन की चेतावनी पर सामान्य धाराओं में इमरान, जफर, फिरोज, रसीद सहित दस लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया। परमार अड़े हुए थे कि दलित अत्याचार का मुकदमा दर्ज किया जाए जिस पर अधिकारियों ने जांच कर धाराएं बढ़ाने का आश्वासन दिया।
सौजन्य : Patrika
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