झामुमो की सरकार में दलितों की आवाज को लगातार दबाया जा रहा है: जवाहर पासवान
गढ़वा : भाजपा के जिला कार्यालय में पार्टी के जिला कार्यसमिति सदस्य प्रदीप पासवान के साथ झामुमो नेताओं द्वारा मारपीट करने, जाति सूचक शब्द का प्रयोग करते हुए धमकी देने के मामले को लेकर पत्रकार वार्ता आयोजित किया गया। मौके पर पीड़ित प्रदीप पासवान ने कहा कि रामनवमी के दिन पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी, लोक सभा के पूर्व प्रत्याशी जवाहर पासवान, पार्टी के जिला महामंत्री संतोष दुबे आदि सहित कई कार्यकर्ताओं के साथ रंका अनुमंडल क्षेत्र में लोगों से मिलने व रामनवमी की बधाई देने के लिए निकले हुए थे। इसी दौरान रंका प्रखंड मुख्यालय स्थित गढ़ गेट के समीप पूर्व विधायक जूलूस में शामिल लोगों से मिलने लगे। मैं सड़क किनारे खड़ा था।
इसी बीच जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष नितेश सिंह, झामुमो नेता कार्तिक पांडेय व आशीष गुप्ता पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए कहा कि रंका में भी राजनीति करने आए हो। लप्पड़-थप्पड़ करते हुए वे लोग जाति सूचक शब्द का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज करने लगे। वहीं जान से मारने की धमकी देने लगे। इसी बीच किसी तरह मैं वहां से निकला। तब तक पूर्व विधायक सहित अन्य लोग भी वहां पहुंचे। कुछ लोगों ने पूर्व विधायक के साथ भी धक्का मुक्की किया।
उन्होंने जिला प्रशासन से अविलंब दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। ताकि दलित की आवाज को कोई दबा नहीं सकें। लोक सभा के पूर्व प्रत्याशी जवाहर पासवान ने कहा कि झामुमो की सरकार में दलितों की आवाज को लगातार दबाया जा रहा है।
इनकी उत्थान झामुमो को रास नहीं आ रहा है। वहीं झामुमो के लोग दलितों के कंधों पर ही बंदूक रखकर वार करने में लगे रहते हैं। उन्होंने दो मामलो का उदाहरण देते हुए कहा कि पहला मामला संवेदक सुरेश पांडेय के साथ टेंडर लूटने के दौरान मारपीट की घटना हो या सदर अस्पताल में चिकित्सकों के साथ झामुमो नेताओं द्वारा मारपीट करने का मामला हो। दोनों ही मामलों में झामुमो के लोगों ने झुठा एससीएसटी एक्ट के तहत मामला को रफ़ा-दफा करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक अपने दस वर्षों के कार्यकाल में सभी जाति व वर्ग के लोगों के साथ लेकर चलने का काम किया है। मगर जिस तरह से वर्तमान जन प्रतिनिधि के संरक्षण में झामुमो के नेता कार्य कर रहे हैं यह काफी निंदनीय व दुर्भाग्यपूर्ण है।
नगर मंडल अध्यक्ष उमेश कश्यप ने कहा कि पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी दस वर्षों का कार्यकाल में किसी भी वर्ग के लोगों के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया। वे सभी से विनम्रतापूर्ण तरीके से व्यवहार करते हैं। लेकिन वर्तमान जनप्रतिनिधि तो सभी से तुम-ताम कर बात करते हैं वहीं अपने ही लोगों की पिटाई भी करते हैं जो आए दिन चर्चा का विषय बना रहता है। पत्रकार वार्ता में मोहन सिंह आदि मौजूद थे।
सौजन्य : O2osell
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