बिहार में जाति आधारित गणना के दौरान वो 17 सवाल, जो आपसे पूछे जाएंगे… जान लीजिए
बिहार में जाति आधारित गणना की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। पहला राउंड पूरा हो चुका है। दूसरा राउंड शुरू होने वाला है। अब सरकारी कर्मचारी आपके दरवाजे पर दस्तक देंगे। आपके नाम-पता के अलावा आपकी जाति से जुड़े सवाल करेंगे। राज्य सरकार की ओर से गणना में शामिल कर्मचारियों के लिए वर्कशॉप का आयोजन किया गया।
पटना: बिहार में जाति आधारित गणना (Bihar Caste Census) का दूसरा दौर शुरू होने वाला है। अलग-अलग जिला मख्यालयों पर कर्मचारियों को इसकी ट्रेनिंग दी गई। इस दौरान कर्मचारियों को सवाल और उसके जवाब की कोडिंग बताई गई। साथ ही गाइडलाइन की जानकारी दी गई कि वो 17 सवाल कौन-कौन से होंगे और उसका जवाब क्या हो सकता है। 15 अप्रैल से 15 मई के बीच किसी भी दिन सरकारी कर्मचारी आपके दरवाजे पर दस्तक देंगे। ऐसे में उन सवालों को एक बार पढ़ लेने से जानकारी देने में सहूलियत होगी।
1)आपके परिवार के सदस्यों का पूरा नाम क्या है?
इस प्रश्न में परिवार के सभी सदस्यों का पूरा नाम लिखा जाएगा। गणना प्रपत्र (Calculation Form) में इसे देवनागरी (हिन्दी) में लिखा जाएगा, जबकि मोबाइल ऐप में अंग्रेजी में। अगर परिवार में कोई पढ़ा-लिखा व्यक्ति नहीं है तो नाम की वर्तनी (Spelling) के लिए परिवार के सदस्यों से किसी परिचय-पत्र, राशन कार्ड और अन्य कागजात को लेकर नाम की सही वर्तनी देवनागरी और अंग्रेजी में लिखी जाएगी।
2)आपके पिता/पति का नाम क्या है?
परिवार के सदस्य के पिता/पति का नाम लिखा जाना अनिवार्य है। अगर किसी परिवार में किसी महिला के द्वारा अपने बच्चे के पिता के संबंध में नाम नहीं बताया जा रहा हो तो इसके दो कारण हो सकते हैं। अगर सामाजिक कारणों से पति का नाम महिला नहीं लेना चाहती हैं तो वहां उपस्थित किसी दूसरे व्यक्ति से महिला के सामने नाम पूछकर लिखी जाएगी। महिला बच्चे के पिता का नाम किसी अन्य कारण से नहीं बताना चाहती हैं तो उन्हें बाध्य नहीं किया जाएगा और बच्चे के पिता/पति के नाम के स्थान पर माता का नाम भी लिखा जा सकता है। पिता/पति की मृत्यु हो चुकी है तो नाम के पहले स्वर्गीय/मरहूम शब्द का उपयोग किया जाएगा।
3)परिवार के (मुखिया) कौन हैं?
बिहार सरकार की ओर से इसके लिए 10 विकल्प दिए गए हैं। इसका उद्देश्य है कि गणना स्थान पर स्थाई रूप से रहने वाले व्यक्ति मात्र की ही गिनती की जा सके। संबंधियों के बारे में ये स्पष्ट रूप से दिशा-निर्देश है कि परिवार के प्रधान पर मात्र सीधे रूप से निर्भर व्यक्ति ही उस परिवार में गिने जाएंगे। सीधे रूप से निर्भर होने का अर्थ है कि वो व्यक्ति अपने लालन-पालन, शिक्षा और अपनी सभी आवश्यकताओं के लिए परिवार के प्रधान पर पूरी तरह निर्भर हो।
4)परिवार में शामिल लोगों की उम्र क्या है?
परिवार के प्रत्येक सदस्य की उम्र बतानी होगी। इसके लिए कोई निश्चित तिथि से आयु होना जरूरी नहीं है। इसके लिए सरकारी कर्मचारी जन्म प्रमाण पत्र की मांग नहीं करेंगे। किसी सदस्य को अपनी उम्र के संबंध में जानकारी न हो तो परिवार की ओर से बताई गई आयु ही दर्ज की जाएगी।
5)परिवार में कितने पुरुष, महिला या थर्ड जेंडर हैं?
इसके जवाब में आपको बताना होगा कि परिवार में कितने पुरुष, महिला या थर्ड जेंडर हैं। लिंग के संबंध में प्रत्येक सदस्य की ओर से दी गई जानकारी अंतिम मानी जाएगी। परिवार के किसी अन्य सदस्य से इसकी पुष्टि नहीं कराई जाएगी। इसे किसी अन्य व्यक्ति के साथ साझा भी नहीं किया जाएगा।
6)परिवार में कितने लोग शादीशुदा
परिवार के सभी सदस्यों की वैवाहिक स्थिति दर्ज की जाएगी। इस दौरान किसी तरह की सबूत की डिमांड नहीं की जाएगी। विवाहित व्यक्तियों में से किसी एक की मृत्यु गणना की तिथि या उसके पूर्व हो चुकी है तो उसे विधवा/विधुर की श्रेणी में गिना जाएगा। पति-पत्नी का तालाक हो गया है तो उसे भी बताना होगा।
7)आप किस धर्म को मानते हैं?
परिवार के प्रत्येक सदस्य के धर्म के सबंध में सूचना ली जाएगी। हिन्दू, इस्लाम, ईसाई, सिख, बौद्ध या जैन जिस धर्म को आप मानते हैं, उसे बताना होगा। इसके अलावा भी कोई धर्म मानते हैं तो उसे भी बता सकते हैं। आप कोई धर्म नहीं मानते हैं तो उसे भी बता सकते हैं।
8)आपकी जाति क्या है?
इसके जवाब में आपको अपनी जाति बतानी होगी। किसी भी व्यक्ति की जाति दर्ज करने का आधार उनके पिता की जाति होगी। किसी भी परिस्थिति में माता की जाति के आधार पर जाति की एंट्री नहीं की जाएगी । सिर्फ मूल जातियों को लिखा जाएगा, किसी व्यक्ति के किसी उप-जाति का उल्लेख नहीं किया जाएगा। दूसरे राज्य के जो लोग बिहार में रहते हैं, उनके प्रदेश का नाम लिखकर अन्य में कोट किया जाएगा।
9)परिवार के लोग कितने पढ़े-लिखे हैं?
परिवार के लोगों की पढ़ाई-लिखाई की जानकारी देनी होगी। जो पढ़ना-लिखना नहीं जानता है वो भी बता सकता है कि वो अनपढ़ है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अलावा बिहार मदरसा बोर्ड से फौकानिया और बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड अथवा अन्य वैधानिक शिक्षा बोर्ड से पास होने वाले की डिग्री भी दर्ज की जाएगी। हायर डिग्री के बारे में जानकारी देनी है।
10)परिवार से जुड़े लोग क्या काम करते हैं?
परिवार में रहनेवाले व्यक्ति क्या काम करते हैं, ये बताना होगा। राज्य सरकार के मुताबिक 15 तरह के इसके जवाब हो सकते हैं। सभी का कोडिंग किया गया है। इसमें सरकारी नौकरी, प्राइवेट जॉब, बिजनेस, दिहाड़ी मजदूर या जो भी काम करते हैं, उसके बारे में जानकारी देनी होगी। छात्र, किसान लेकर भिखारी तक का जिक्र है, मगर बेरोजगार इस कॉलम में नहीं है।
11)आपकी आवासीय स्थिति क्या है?
इसके जवाब आपको बताना होगा कि आपका घर कैसा है। पक्का, कच्चा, छत विहीन या कुछ और। पक्का मकान के अधीन वैसे मकानों को रखा गया है, जो पकाई हुई ईंट, पत्थर, सीमेंट कंक्रीट तैयार की गई हो। मकान में कितने कमरे हैं, वो भी बताना होगा। रसोईघर और शौचालय छोड़कर। जिस मकान पर पक्का छत नहीं है, उसे कच्चा माना जाएगा। झोपड़ी हो तो उसके बारे में भी जानकारी देनी होगी। फूटपाथ या सड़क किनारे रहनेवाले लोगों को बेघर के कैटेगरी में रखा जाएगा।
12)परिवार के कौन-कौन सदस्य पढ़ाई-कमाई के लिए राज्य से बाहर हैं?
वैसे व्यक्ति या परिवार की गिनती की जाएगी, जो रोजगार या शिक्षा प्राप्त करने के लिए परिवार के गणना स्थान से किसी अन्य स्थान पर अस्थायी रूप से रहता हो। वैसा व्यक्ति या परिवार जो 6 महीने तक या उससे अधिक मगर एक साल से कम समय के लिए गणना स्थान से बाहर रहता हो मगर फिर वो (परिवार/व्यक्ति) स्थायी रूप से लौट जाएगा। वैसे किसी व्यक्ति या परिवार की गिनती नहीं की जाएगा, जो अपना घर-परिवार दूसरे जगह पर बसा लिया हो और उसे लौटने की संभावना न हो। अगर कोई परिवार या व्यक्ति गणना स्थल पर न हो तो मोबाइल फोन से कर्मचारी उसकी सूचना लेकर दर्ज करेगा।
13)कितने सदस्यों के पासकी सुविधा है?
प्रत्येक परिवार के प्रत्येक सदस्य के कम्प्यूटर/लैपटॉप/इंटरनेट की सुविधा की जानकारी देनी होगी। कम्प्यूटर/लैपटॉप के अंतर्गत वे सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण सम्मिलित है, जिनसे कम्प्यूटर संबंधी काम लिया जा सकता हो। इंटरनेट के अधीन सभी प्रकार के स्रोतों से प्राप्त होने वाले इंटरनेट व्यवस्था से है। मोबाइल में इंटरनेट चलाने को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं है।
14)मोटर साइकिल/कार/बस/ट्रक या दूसरी गाड़ियां कितनी हैं?
परिवार के सदस्यों के पास उपलब्ध मोटर वाहनों के आंकड़ें जुटाए जाएंगे। इसके लिए कर्मचारियों के कुल 6 विकल्प और कोड हैं। अगर किसी परिवार के सदस्य के पास एक से अधिक तरह की गाड़ियां हैं तो सबसे बड़ी और महंगी होगी, उसका विकल्प और कोड दर्ज होगा। इसके लिए कागजात नहीं मांगे जाएंगे।
15)खेती के लिए कितनी जमीन है?
वैसी जमीन जिस पर परिवार के लोग खेती करते हैं। जो अनाज उगाने, घास काटने, चारागाह के लिए, अस्थाई घास के मैदान, किचन गार्डन के तहत भूमि, अस्थाई रूप से परती भूमि, पशुपालन, मछलीपालन, मुर्गीपालन, मधुमक्खीपालन, बगान, नर्सरी, सेरीकल्चर, वर्मीकल्चर समेत दूसरे खेती के लिए इस्तेमाल की जाती हो। इसके लिए कागजात नहीं मांगे जाएंगे।
16)आपके पास आवासीय भूमि कितनी है?
जिस जमीन पर परिवार निवास करता हो या भविष्य में निवास करने हेतु रखा हुआ हो। इसके बारे में जानकारी देनी है। ऐसी भूमि जो पूर्वजों से हस्तांतरित हो या परिवार के सदस्य खरीदे हों, पर्चे की भूमि हो, भूदान या पट्टा आदि से प्राप्त हो या भू-स्वामी की इच्छानुसार परिवार उस पर निवास करता हो। इस सवाल के जवाब के लिए कर्मचारियों के पास सात विकल्प होंगे। अपार्टमेंट में फ्लैट वालों के लिए भी ऑप्शन है।
17)सभी श्रोतों से आपकी मासिक आमदनी कितनी है?
सालभर में सभी स्रोतों से आपकी जो भी आमदनी हो, उसे बता सकते हैं। उस आंकड़े से गणना कर्मचारी महीने का कैलकुलेशन कर लेंगे। अगर वो बताने में असमर्थ है तो उससे और डिटेल पूछताछ कर सहमति जताने पर दर्ज किया जाएगा। विद्यार्थी, गृहिणी या किसी के आमदनी का आंकलन करना संभव नहीं है तो ‘लागू नहीं’ दर्ज किया जाएगा।
सौजन्य : navbharattimes.
नोट : समाचार मूलरूप से navbharattimes. में प्रकाशित हुआ है| मानवाधिकारों के प्रति सवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित है!