डॉ भीमराव अंबेडकर राजस्थान दलित, आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना 2022 के अन्तर्गत के जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन
भीलवाड़ा, डॉ भीमराव अंबेडकर राजस्थान दलित, आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना 2022 के अन्तर्गत योजना के प्रचार-प्रसार एवं जागरूकता शिविर शुक्रवार को जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित हुआ। शिविर के उद्घाटन के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ. राजेश गोयल उपस्थित रहे।
इन्होने जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य के समग्र औद्योगिक विकास में अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्गाे की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करने तथा उन्हे रोजगार के उचित व समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित, आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना 2022 की शुरुआत की गई है। यह योजना राज्य सरकार की बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए जिससे कि वे इस योजना का लाभ लेकर आर्थिक रूप से सक्षम हो सके।
जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के महाप्रबंधक श्री राहुल देव सिंह ने जागरूकता शिविर में एससी, एसटी वर्ग के लोगो के लिये ऋण योजना की जानकारी प्रदान कर आधिकारिक आवेदन करने के लिए अभिप्रेरित किया। उन्होंने जागरूकता शिविर मे उपस्थित अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्गों के युवाओ को योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया गया कि राज्य के औद्योगिक विकास में अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्गों की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा 7 अक्टूबर 2022 को डॉ भीमराव अंबेडकर राजस्थान दलित, आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना.2022 लागू की गई। योजनान्तर्गत व्यापार/सेवा/विनिर्माण के क्षेत्र में अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के उद्यमियों के द्वारा नवीन उद्यम की स्थापना अथवा स्थापित उद्यम के विस्तार/विविधिकरण/आधुनिकीकरण करने पर अधिकतम 10 करोड रु तक की परियोजना लागत के बैंक ऋण पर अधिकतम 9 प्रतिशत ब्याज अनुदान, 25 लाख तक मार्जिन मनी अनुदान, ब्ळज्डैम् अन्तर्गत गारन्टी शुल्क का भुगतान आदि वित्तीय सहायताएं प्रदान की जाती है।
इस योजना का उद्देश्य राज्य के गैर-कृषि क्षेत्रों (विनिर्माण,सेवा एवं व्यापार) के विकास में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्गाे की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करना, उद्यमिता एवं दक्षता संवर्धन कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के वंचित एवं कमजोर वर्गों में कौशल एवं उद्यमिता का विकास करना,लक्षित वर्गों की शिक्षित युवा पीढी के लिए स्वरोजगार के अवसर सृजित कर शहरों की ओर हो रहे पलायन को रोकना,लक्षित वर्गों की आय में वृद्धि करते हुये उनके जीवन स्तर को उन्नत बनाना है।
जागरूकता शिविर में सिडबी के अतिरिक्त महाप्रबंधक श्री शशि आनंद ठाकुर, रीको भीलवाड़ा के अतिरिक्त महाप्रबंधक श्री पी आर मीणा, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक श्री सी एम यादव, अग्रणी जिला प्रबंधक श्री सोराज मीणा, डिक्की के जिला कॉर्डिनेटर श्री देवेन्द्र मेंघवंशी द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किये गये। साथ ही मौके पर ही लगभग 100 आवेदन तैयार करवाये गये।
सौजन्य : Press note
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