अखिलेश यादव ने लगाया भेदभाव का आरोप, पूछा- ‘ओबीसी आयोग के सदस्यों के जूते क्यों उतरवाए गए’
यूपी नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण के लिए गठित ओबीसी आयोग ने अपनी रिपोर्ट गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंप दी. 350 पेजों की इस रिपोर्ट पर आज योगी कैबिनेट में चर्चा हो रही है. जिसके बाद इस रिपोर्ट को मंजूरी मिल सकती है. इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछड़ों के साथ भेदभाव को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश यादव ने ट्वीट के जरिए आरोप लगाया कि जब ओबीसी आयोग के सदस्यों ने सीएम योगी को रिपोर्ट सौंपी तो उनके जूते उतरवाए गए जबकि सीएम योगी और उनके कुछ खास लोग बैठक में जूते पहनकर पहुंचे थे.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर से पिछड़ों और दलितों के साथ भेदभाव के मुद्दे को उछालते हुए आरोप लगाया कि ओबीसी आयोग के सदस्य जब निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण की रिपोर्ट देने के लिए सीएम योगी से मिलने पहुंचे तो उनके जूतों को उतरवाया गया. साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया है कि इस दौरान खुद सीएम योगी आदित्यनाथ और उनके करीबियों ने जूते पहने हुए थे. अखिलेश ने कहा कि जब पिछड़ों के साथ इस तरह का भेदभाव किया जा रहा है तो वो उनका हक कैसे देंगे? इसके साथ ही उन्होंने सीएम योगी को समाजवाद का मूल भी पढ़ने की हिदायत दी.
अखिलेश यादव ने लगाया गंभीर आरोप
अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया और कहा कि, “जब मुख्यमंत्री ख़ुद व उनके आसपास उनके खास लोग जूता पहन सकते हैं तो पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्यों के जूते क्यों उतरवाए गये? ऐसी भेदकारी सोच वाले लोग पिछड़ा वर्ग को उनका हक़ कभी नहीं देंगे. पिछड़े-दलित अब भाजपा के झांसे में नहीं आएंगे. मुख्यमंत्री पढ़ें समाजवाद का मूल होता है बराबरी.”
आपको बता दें कि लखनऊ मेंं सीएम योगी की कैबिनेट की बैठक जारी है, जिसमें आयोग की रिपोर्ट पर चर्चा हो रही है. चर्चा के बाद आयोग की रिपोर्ट को कैबिनेट की मंजूरी मिलेगी. जिसके बाद ओबीसी आरक्षण में हिस्सेदारी तय होगी. वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने पहले से ही इस रिपोर्ट पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं, सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि कई जगहों पर ओबीसी टीम पहुंची ही नहीं और ऐसे ही रिपोर्ट को तैयार कर दिया गया है.
सौजन्य : Abp live
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