फीस के लिए बच्चों को टॉर्चर, परीक्षा देने से रोकने की धमक
भोपाल। परीक्षाएं नजदीक आते ही शहर के प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी से लेकर 12वीं तक के छात्रों को तरह तरह से टॉर्चर किया जा रहा है। कुछ स्कूलों में तो बच्चों को धूप में खड़ा करने, क्लॉस से बाहर भगाने, क्लॉस में ही बैठा कर बैग नहीं खोलने, पढ़ाई नहीं करने जैसे हथकंडे अपनाए जा रहे है।
स्कूल संचालकों को तर्क है कि परीक्षा के पहले फीस जमा नहीं कराने पर पैरेंट्स जुलाई में ही फीस जमा करते है। शुक्रवार को दलित सेना मध्यप्रदेश भास्कर साल्वे ने सी बी एसई स्कूल को पलपब्लिक स्कूल की प्राचार्य अमीता दुबे द्वारा 9वीं के छात्र को परीक्षा में नहीं बैठा ने की धमकी दी है। छात्र की अक्टूबर 2022 तक फीस जमा है, जिसकी वजह से प्राचार्य ने परीक्षा में नहीं बैठाने की बात कही है।
दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि उनका पुत्र बरखेड़ी कंला स्थित को पलपब्लिक स्कूल में पढ़ता है। छात्र की फीस अक्टूबर माह तक जमा है, ऐसे में स्कूल की प्राचार्य ने परीक्षा में नहीं बैठा ने की धमकी दी है। भास्कर साल्व ने मामले की शिकायत कलेक्टर अविना शलवानिया को की है। इधर डीईओ नितिन सक्सेना का कहना हैं कि कोई भी स्कूल प्रबंधन फीस जमा नहीं हो ने पर परीक्षा देने से नहीं रोक सकता है। शिकायत मिलने पर स्कूल प्रबंधन पर का र्रवाई की जाएग !
सौजन्य : Haribhoomi
नोट : यह समाचार मूलरूप से haribhoomi.com में प्रकाशित हुआ है| मानवाधिकारों के प्रति सवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशिकिया है !