दलित परिवार को मंदिर में घुसने से रोका: मंडी के नाल गांव में हुई घटना, महाशिवरात्रि की पूजा करने आया था परिवार
हिमाचल प्रदेश के मंडी में महाशिवरात्रि के मौके पर एक परिवार को मंदिर में पूजा के लिए प्रवेश नहीं देने का मामला सामने आया है. कारण- यह परिवार दलित है। मंदिर समिति के 6 सदस्यों, जिनमें 4 महिलाएं थीं, ने परिवार को मंदिर में प्रवेश करने से रोका। इसे लेकर परिजनों ने सुंदरनगर थाने में मामला दर्ज कराया है।
मंडी जिले के नल गांव निवासी खेमचंद उर्फ अजय द्वारा थाने में दर्ज करायी गयी शिकायत के अनुसार अन्य लोगों की तरह वह भी अन्य लोगों की तरह गांव के शिव मंदिर में पूजा करने गया था. परिजन जब मंदिर की सीढ़ियां चढ़ने लगे तो वहां मौजूद मंदिर समिति के छह सदस्यों ने उन्हें रोक लिया।
खेमचंद ने अपनी शिकायत में कहा है कि मंदिर समिति के जिन लोगों ने उन्हें रोका उनमें परसराम, नंद लाल, किशोरी, प्रेमा, मीना देवी और रोशनी देवी शामिल हैं. इन लोगों का कहना था कि उनका परिवार दलित जाति से है, इसलिए वह मंदिर में आकर पूजा नहीं कर सकते। इतना ही नहीं मंदिर समिति के लोगों ने उनके परिवार को जातिसूचक शब्द कहे। इन लोगों का कहना था कि अगर वह मंदिर की सीढ़ियां चढ़ गए तो पूरा मंदिर अछूत हो जाएगा।
नल गांव की मंदिर समिति के प्रधान परसराम ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया है। परसराम के मुताबिक महाशिवरात्रि के मौके पर 15 साल तक गांव के मंदिर में भंडारा लगाया जाता है। गांव के सभी लोग मिलकर अपनी इच्छानुसार भंडारे में सहयोग करते हैं। गांव की हरिजन बस्ती में आधा दर्जन परिवार रहते हैं और ये लोग भी भंडारे में आर्थिक और अन्य तरह से योगदान करते हैं.
सौजन्य : Samachar nama
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