राजस्थान में दलित मजदूर के साथ रूह कंपा देने वाली दरिंदगी, पीड़ित पानी-पानी चिल्लाता रहा, आरोपी लगातार…
चूरू. राजस्थान के चूरू जिले से रूह को कंपा देने वाली घटना सामने आई है. सादुलपुर तहसील के गांव लसेड़ी में अपराध की इस घटना को अंजाम दिया गया है. यहां एक दलित मजदूर को पहले बंधक बनाया गया, फिर पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी गई. मारे गए मजदूर को बचाने गए दो अन्य मजदूरों के साथ भी हैवानियत की गई. उन्हें भी बेरहमी से पीटा गया, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए. दलित मजदूर को घंटों तक लाठी, डंडों, बेंत और बिजली के केबल से पीटा गया. सूचना के बाद लसेड़ी गांव के खेत में बने कमरे में पहुंची पुलिस को श्रमिक मृत मिला, जबकि उसके 2 साथी गम्भीर रूप से घायल मिले. राजगढ़ पुलिस ने शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है, जबकि सरकारी अस्पताल में घायलों का इलाज करवाया गया.
राजगढ़ थाने में नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. मृतक कृष्ण कुमार नायक चूरू के गांव लादड़िया के रहने वाले थे. वह 10 दिन पहले ही अपने गांव के ही 2 अन्य मजदूरों रतन सिंह और सम्पत मेघवाल के साथ लसेड़ी गांव में मजदूरी करने आए थे. मृतक के घायल साथी रतन सिंह ने 9 नामजद आरोपियों जयवीर जाट पुत्र श्योकरण, दिलबाग जाट पुत्र श्योकरण, गुट्टा जाट पुत्र श्योकरण, मनिंदर जाट पुत्र श्योकरण, कृष्ण जाट पुत्र ईश्वर, धरमवीर जाट, मंगतु उर्फ पवन जाट, भगताराम जाट और माईशुख के खिलाफ राजगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है.
मजदूर के साथ हैवानियत
जानकारी के अनुसार, गांव लादड़िया के रतन सिंह ने रिपोर्ट दी कि वह गांव के ही सम्पत मेघवाल और कृष्ण कुमार नायक के साथ 10-12 दिन से गांव लसेड़ी में बलवीर सिंह के घर पर मजदूरी कर रहे थे. 12 फरवरी को मजदूरी करते समय सुबह करीब 10:30 बजे लसेड़ी गांव का भगताराम जाट बाइक से वहां आया और कृष्ण कुमार नायक से कहा कि तुमने श्योकरण जाट के यहां जो मजदूरी की थी, उसके हिसाब को लेकर जो झगड़ा चल रहा है उसका निपटारा करवाकर पैसे दिलवा देगा. उसी समय कृष्ण कुमार भगताराम के साथ बाइक पर बैठकर से चला गया. दोपहर करीब 1:00 बजे खाना खाने के समय तक कृष्ण कुमार वापस नहीं आया तो रतन सिंह, सम्पत और जिनके यहां वे मजदूरी कर रहे थे बलवीर का भाई धर्मपाल तीनों कृष्ण को ढूंढ़ने भगताराम के घर गये. वहां भगताराम के पिता माईसुख मिले. उन्होंने बताया कि भगताराम तो खेत गया हुआ है. उसी समय माईसुख भी उनके साथ खेत गया. जब चारों खेत पहुंचे तो खेत में एक कमरे में जयवीर जाट पुत्र श्योकरण, दिलबाग जाट पुत्र श्योकरण, गुट्टा जाट पुत्र श्योकरण, मनिंदर जाट पुत्र श्योकरण, कृष्ण जाट पुत्र ईश्वर, धरमवीर जाट, मंगतु उर्फ पवन जाट, भगताराम जाट पुत्र माईशुख और भगताराम की पत्नी एवं अन्य 4 लोग हाथों में लाठियां, जेली और कुछ के हाथों में बेंत ओर बिजली का केबल था.
पानी-पानी चिल्ला रहा था पीड़ित
रतन द्वारा पुलिस में दी गई शिकायत के अनुसार, सभी ने कृष्ण कुमार नायक को जमीन पर पटक रखा था और लगातार उसे जातिसूचक गालियां देते हुए मार रहे थे. उस समय कृष्ण कुमार नायक पानी-पानी चिल्ला रहा था. भगताराम के पिता माईसुख वहां पहुंचते ही कृष्ण कुमार नायक को लातों से मारने लग गया. जब रतन सिंह और सम्पत ने बीच बचाव करने की कोशिश की तो आरोप है कि सभी ने उनको भी कमरे में बंद करके मारपीट शुरू कर दी. थोड़ी देर बाद कृष्ण कुमार नायक ने उनके सामने ही दम तोड़ दिया. उसे मरा हुआ देख सभी आरोपी वहा से भाग गए. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची.
सौजन्य : News18
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