दलित बेटी की शादी रोकने का मामला, पिता ने प्रधान और यादव लोगों के खिलाफ पुलिस को दी प्रार्थना पत्र
उत्तर प्रदेश के जनपद संभल के थाना गन्नौर के गांव घुघायी से एक मामला सामने आया है जहां पर दलित की बेटी की शादी रोकने के लिए गांव के प्रधान और एक दर्जन से ज्यादा यादव लोगों पर आरोप है। उनका कहना है कि बरात चढ़ेगी तो गांव में बारात पर पथराव करेंगे। यह आरोप बाल्मीकि बेटी कविता के पिता ने लगाया है। कोतवाल को तहरीर देहर सुरक्षा मांगी है।
पिता का सपना बेटी की बारात दरवाजे पर धूम धाम से चढ़े और गांव देखें दूल्हा घोड़ी पर चढ़कर आए, बैंड बाजे बाराती नाचे खुशियां हर तरफ बिखरे हैं। लेकिन डर जाति बंधनों का, समाज की कुरीतियों का, अपने दलित होने का है, बाल्मीकि समाज से आने का। लेकिन एक आवेदन जो पुलिस को उसने आज सौंपा उसका दर्द भरा था।
यह अरमान दलित बाल्मीकि पिता के सपने खत्म से नजर आ रहे थे। क्योंकि गांव के ही प्रधान सहित एक दर्जन यादव उसकी बेटी के शादी के खिलाफ हैं। दलित पिता ने आरोप लगाते हुए पुलिस को एक प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें उसने बरात चढ़ाने की अनुमति और सुरक्षा की मांग की है। गांव में कई हजार की आबादी में एक दलित परिवार है जिसकी बेटी की शादी धूमधाम से पिता करना चाहता है।
शादी रोकने की धमकी
लेकिन इधर गांव के दबंग प्रधान और कुछ एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने शादी रोकने की धमकी दे डाली। घबराकर उसने पुलिस की शरण ली है। अब देखना यह है कि दलित बेटी की शादी किस तरह से कल चढ़ती है क्योंकि 7 फरवरी शाम को बारात आनी है। फिलहाल इस मामले में पुलिस से जानकारी ली। जांच के बाद पुलिस ने फोन पर बात की। देखना है अब किस तरह से दलित की शादी होती है।
सौजन्य : News track
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