Naaz Joshi: 10 साल की उम्र में पैरेंट्स ने घर से निकाला, भीख मांगी, सेक्स वर्कर बनीं, अब इस तरह बढ़ा रहीं देश का ‘नाज’
Naaz Joshi Success: नाज जोशी का जन्म दिल्ली के एक संपन्न परिवार में हुआ था. वक्त के साथ जब नाज बड़ी हुईं तो लड़का होने के बाद भी लड़की जैसा महसूस करती थीं. घर वालों को जब पता चला तो घर से निकाल दिया|
“जो तूफानों में पलते जा रहे हैं, वही दुनिया बदलते जा रहे हैं”, जिगर मुरादाबादी का यह शेर नाज जोशी पर एकदम फिट बैठता है. नाज जोशी ने पिछले साल इंटरनेशनल ब्यूटी क्वीन का खिताब जीता था|
बेशक आपको यह सुनने में आम बात लगे, लेकिन यह आम नहीं है. इस उपलब्धि को हासिल करने वाली नाज देश की पहली ट्रांसजेंडर हैं. आज नाज का नाम दुनियाभर की मीडिया में है, लेकिन इस सफलता और चमक के पीछे के संघर्ष की कहानी काफी अंधेरों भरी है. नाज ने तमाम चुनौतियों का सामना किया, लेकिन कुछ करने का जज्बा नहीं छोड़ा. आज उनकी उपलब्धि पर देश नाज कर रहा है. चलिए जानते हैं नाज की कहानी.
छोटी सी उम्र में ही मां-बाप ने घर से निकाला
नाज जोशी का जन्म दिल्ली के एक संपन्न परिवार में हुआ था. वक्त के साथ जब नाज कुछ बड़ी हुईं तो लड़का होने के बाद भी लड़की जैसा महसूस करती थीं. जब वह 8-9 साल की हुईं तो उनकी चाल-ढाल लड़कियों जैसी होने लगी. यह सब देखकर आसपास के लोगों ने उन पर कमेंट करना शुरू किया. धीरे-धीरे उनके घर वालों को भी जब पता चला कि नाज ट्रांसजेंडर हैं तो वे भी उनसे नफरत करने लगे और फिर एक दिन उन्हें घर से निकाल दिया. घर से निकलने के बाद वह मुंबई में रहने वाले अपने मामा के पास चली गईं|
मुंबई में अपनों ने ही किया गैंगरेप
10 साल की उम्र में नाज दिल्ली से मुंबई तो आ गईं, लेकिन मुसीबतों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा. यहां मामा ने एक ढाबे पर उनकी नौकरी लगा दी. एक दिन वह ढाबे से काम करके घर लौटी तो मामा का लड़का अपने दोस्तों के साथ शराब पीता मिला. उन लोगों ने उन्हें भी शराब ऑफर की, लेकिन उन्होंने मना कर दिया. इसके बाद उन्होंने कोल्ड ड्रिंक दी, जिसे पीते ही वह बेहोश हो गईं. इसके बाद मामा के लड़के और उनके दोस्तों ने उसका गैंगरेप किया. मामा को जब गैंगरेप के बारे में पता चला तो वह इलाज कराने के बहाने से अस्पताल लेकर गए, लेकिन वहां भर्ती कराने के बाद कभी लौटकर नहीं आए.
मजबूरी में भीख मांगी, सेक्स वर्कर भी बनीं
अब अस्पताल में भर्ती नाज के पास न घर था और न कोई अपना था. यहां एक किन्नर ने उन्हें देखा. वह नाज को अपने साथ लेकर अपने गुरु के पास गई. उस गुरु ने नाज को भीख मांगने के काम पर लगा दिया. इसके बाद उन्हें बार में डांस का काम कराया गया. यही नहीं, उस दौरान उन्हें कई बार सेक्स वर्कर के रूप में भी काम करना पड़ा. इन तमाम चुनौतियों के बाद भी नाज ने पढ़ना जारी रखा. वह इंटरमीडिएट भी कर चुकी थीं. जब वह 18 साल की हुईं तो इस लाइफ से काफी परेशान हो गईं. कुछ दिन तक वह डिप्रेशन में भी रहीं|
कजन सिस्टर ने दिया सहारा तो बदली जिंदगी
डिप्रेशन के दौरान नाज को अपनी कजन सिस्टर की याद आई. उन्होंने फेसबुक के जरिये उनसे बात की. बस यहीं से नाज की जिंदगी ने यू-टर्न लिया. उस कजन सिस्टर ने नाज की मदद की और उस नर्क से बाहर निकाला. इसके बाद उसने नाज को दिल्ली बुलाया और फैशन डिजाइनिंग कोर्स के लिए उनका एडमिशन दिल्ली के NIFT में करा दिया. यहां नाज जोशी ने मन लगाकर पढ़ाई की और वह टॉपर बनीं. उनका कैंपस प्लेसमेंट भी हो गया. नाज ने कुछ दिन तक नौकरी की और पैसा जमा किया. इसके बाद उन पैसों से सर्जरी करवाकर अपना जेंडर चेंज करवाया और पूरी तरह लड़की बन गईं|
यहां से पूरी तरह बदल गई जिंदगी
नाज जब पूरी तरह लड़की बन गईं तो उन पर एक मशहूर फोटोग्राफर की नजर पड़ी. उसने उन्हें मॉडलिंग करने का ऑफर दिया. नाज ने ऑफर स्वीकारते हुए फैशन शो और ब्यूटी की दुनिया में कदम रखा. उन्होंने लगातार 3 साल मिस वर्ल्ड डायवर्सिटी का ख़िताब जीता. अब वह ट्रांसजेंडर इंटरनेशनल ब्यूटी क्वीन का खिताब जीतकर पूरी दुनिया में मशहूर हो चुकी हैं. नाज जोशी अब तक 8 ब्यूटी पीजेंट्स जीत चुकी हैं. इनमें से 7 तो इंटरनेशनल ब्यूटी कॉन्टेस्ट हैं|
सौजन्य : abplive
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