उत्पीड़न से त्रस्त होकर पलायन करने को मजबूर दलित परिवार
फलावदा: मेरठ जिले के फलावदा कस्बे में राशन वितरण को लेकर जागरूकता फैलाने वाले एक युवक को सत्ता की दबंगई के आगे लाचार होकर परिवार सहित पलायन को मजबूर होना पड़ रहा है। उसने मकान बिकाऊ है का पोस्टर दीवार पर चिपकाकर पीएम और सीएम से न्याय की फरियाद लगाई है।
कस्बे के मोहल्ला अंबेडकर निवासी मोहित तोमर ने सोमवार को बताया कि वह कस्बे में सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं द्वारा किए जाने वाले राशन घोटाले के खिलाफ हमेशा आवाज उठाता रहा है। दुकानों पर गरीबों को यूनिट काटकर राशन कम देने तथा अंगूठा लगवाकर गरीबों को अंगूठा दिखाने को लेकर उसकी डीलरों से तकरार रहती है।
मोहित ने यह भी बताया कि दुकानदार खुद को राज्यमंत्री का करीबी बताकर मनमानी कर रहे है। दुकानों पर खाद्यान्न स्टॉक कम चला आ रहा है। आरोप है कि गरीबों की आवाज दबाने हेतु काफी समय से राजनैतिक दबाव डलवाकर पुलिस से उसका उत्पीड़न कराया जा रहा है। उसे जाति सूचक शब्दों के साथ धमकाकर तंग किया जा रहा है।
आशंका जताई है कि उसे अब जान का खतरा है। भय के कारण उसके बच्चों का स्कूल जाना भी बंद हो गया। अब वह मकान बेचकर फलावदा से पलायन करने को मजबूर है। उसने पीएम व सीएम से न्याय की गुहार लगाई है।
थाना प्रभारी मुनेश शर्मा ने बताया कि मामला आपूर्ति विभाग से जुड़ा है।
सौजन्य : Dainik janwani
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