चाकू से गोदता रहा वो बदमाश… शंभू की बहादुरी देख नतमस्तक है दिल्ली, गर्व से भर देगी जांबाज ASI की कहानी
ASI शंभू दयाल मीणा, ये नाम इन दिनों मीडिया में चर्चा में है। दिल्लीवाले उन्हें याद कर रहे हैं। पुलिस को बात-बात पर कोसने वाले शंभू की शहादत को सलाम कर रहे हैं। घटना भले ही दिल्ली की हो, पर आज शंभू पूरे देश के पुलिस विभाग के लिए एक मिसाल बन चुके हैं। उनकी बहादुरी की चर्चा हर तरफ है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने उनके परिवार को 1 करोड़ रुपये की सम्मान राशि देने का ऐलान किया है।
नई दिल्ली: अक्सर हम क्राइम के लिए पुलिसवालों पर बरस पड़ते हैं। कुछ भी गड़बड़ी होती है तो पुलिसवाले चौतरफा सॉफ्ट टारगेट बनते हैं। लेकिन पुलिस प्रशासन में ASI शंभू दयाल (57) जैसे बहादुर लोग भी हैं जो अपने फर्ज के लिए जान भी न्योछावर कर देते हैं। आपने दिल्ली पुलिस के इस एएसआई के बारे में जरूर पढ़ा होगा। नहीं, तो जरा गूगल कर लीजिए। ट्विटर पर हैं तो सर्च कर लीजिए। पुलिस अधिकारियों से लेकर, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और आम नागरिक भी शंभू दयाल की शहादत को नमन कर रहे हैं। केजरीवाल ने लिखा, ‘जनता की रक्षा करते हुए ASI शंभू जी ने अपनी जान तक की परवाह नहीं की। वह शहीद हो गए। हमें उन पर गर्व है। उनकी जान की कोई कीमत नहीं पर उनके सम्मान में हम उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि देंगे।’ सर्च करने पर आपको शंभू दयाल के पार्थिव शरीर को कंधा देते सीनियर पुलिस अधिकारी भी दिखेंगे। तस्वीर शेयर करते प्रशांत लिखते हैं, ‘खुशनसीब हैं वो जो वतन पे मिट जाते हैं, मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं।’ पिछले कुछ घंटों में एएसआई शंभू दयाल पर हमले का सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हुआ है, जो एक पुलिसवाले की बहादुरी को दिखाने के लिए काफी है।
पहले मामला समझ लीजिए
4 जनवरी की बात है। शाम करीब 4 बजे मायापुरी फेज-1 झुग्गी की रहने वाली एक महिला थाने में शिकायत देती है कि एक बदमाश ने उनके पति का मोबाइल फोन लूट लिया। आरोपी धमकी भी दे रहा था। एएसआई शंभू दयाल तुरंत रेवाड़ी लाइन के पास झुग्गी में पहुंचे। उन्होंने अनीस नाम के आरोपी को पकड़ लिया। जब वह अनीस को थाने ला रहे थे, रास्ते में उसने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। अनीस ने चाकू से करीब एक दर्जन वार किए थे।
मायापुरी में तैनात ASI शंभू ने बड़ी बहादुरी से उसे पकड़े रखा। बदमाश के हमले में खून बहने लगा लेकिन शंभू ने उसे भागने का मौका नहीं दिया। अनीस भागा पर खून से लथपथ एएसआई शंभू दयाल ने दूसरे पुलिसकर्मियों की मदद से उसे पकड़ लिया। इलाज के दौरान 8 जनवरी की सुबह इस जांबाज ने दुनिया को अलविदा कह दिया। एएसआई की अंतिम यात्रा निकली तो दिल्ली पुलिस के कमिश्नर संजय अरोड़ा, स्पेशल पुलिस कमिश्नर सागर प्रीत हुड्डा, जॉइंट पुलिस कमिश्नर चिन्मय बिस्वाल और डीसीपी घनश्याम बंसल ने अर्थी को कंधा दिया। जिसने भी यह दृश्य देखा पुलिसवाले की बहादुरी को सैल्यूट करते हुए सीना गर्व से चौड़ा हो गया कि हमारी पुलिस में ऐसे बहादुर जवान हैं।
सिपाही भर्ती हुए थे शंभू दयाल
शंभू मूलरूप से राजस्थान के सीकर जिले के रहने वाले थे। वह 5 फरवरी 1993 को सिपाही के तौर पर दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे। 30 साल की सेवा के दौरान वह कई विभागों में रहे। उनके परिवार में पत्नी संजना, दो बेटी और एक बेटा है। परिवार विजय एनक्लेव इलाके में रहता है।
ASI पर हमले का वीडियो रोंगटे खड़े कर देगा
एएसआई शंभू दयाल पर आरोपी अनीस ने चाकू से कई वार किए थे। जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर आया तो लोग भीतर से हिल गए। इसमें दिखाई देता है कि एएसआई उस बदमाश को लेकर आ रहे हैं तभी किसी बात को लेकर वह रुकते हैं और पीछे किसी से बात करते दिखते हैं। मौका पाकर आरोपी अनीस चाकू निकाल लेता है और पीछे से वार कर देता है। शंभू उस बदमाश का मुकाबला करते हैं। हाथापाई होती है, वे जमीन पर गिर पड़ते हैं। हमलावर लगातार वार करता जाता है। गंभीर रूप से घायल होने के बाद भी वह बदमाश एएसआई की गिरफ्त से भाग नहीं पाया।
हैरानी की बात यह है कि चाकू से वार कर रहे हमलावर को देखते हुए भी आसपास जुटी 20-25 से ज्यादा लोगों की भीड़ कुछ कर नहीं पाती। कोई नौजवान हिम्मत नहीं दिखाता। शायद 2-4 लोग एक साथ हमलावर को पकड़ने की कोशिश करते तो एएसआई की जान बचाई जा सकती थी। आरोपी ने चाकू लहराते हुए धमकी दी कि कोई आगे बढ़ा तो वह मार देगा। यह सुनकर लोग डर गए। हालांकि जैसे ही वह रुका और भागने की कोशिश की तो लोगों ने उसका पीछा किया। वहां कुछ बच्चे भी दिखाई देते हैं।
एएसआई शंभू के हमलावर को दिलाएंगे फांसी
वेस्ट दिल्ली के डीसीपी घनश्याम बंसल का कहना है कि आरोपी अनीस को फांसी की सजा दिलाने की कोशिश की जाएगी। दिल्ली पुलिस अपने बहादुर जवान के परिजनों की मदद करेगी। बताया जा रहा है कि परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी दी जा सकती है। ऐसे बहादुर पुलिस के जवान की शहादत पर दिल्ली ही नहीं, पूरा देश नतमस्तक है।
सौजन्य :navbharattimes
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