पीपल के पेड़ पर चढ़ा दी 4 महीने के मासूम की बलि, तांत्रिक के फेर में फंसी मां का कारनामा
ग्रामीणों के मुताबिक अपने बच्चे की जान लेने के आरोप में गिरफ्तार 35 वर्षीय महिला मंजू अक्सर बीमार रहती थी और अपनी बीमारी से निजात पाने के लिए उसने कथित रूप से अंधविश्वास में बेटे की बलि दे दी|
सुल्तानपुर। जिले के एक गांव में अंधविश्वास के चलते एक मां ने अपने चार माह के मासूम को पीपल के पेड़ के साए में मौत के घाट उतार दिया। महिला लंबे समय से एक तांत्रिक के संपर्क में थी। जिले के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के धनऊडीह (गुमवा) गांव में हुई इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद हत्यारोपी मां की गिरफ्तारी कर ली गई है। जानकारी के अनुसार गोसाईगंज थाना क्षेत्र के धनऊडीह गांव में रविवार 8 जनवरी की सुबह गांव निवासिनी महिला मंजू उर्फ राधा पत्नी शिवकुमार ने घर के पास स्थित एक पीपल के चौरे पर अपने चार माह के मासूम पुत्र प्रीतम को फावड़े से काटकर मौत के घाट उतार दिया। कुछ ग्रामीणों के मुताबिक हत्यारोपी महिला एक तांत्रिक से संपर्क में थी और उसने पीपल के पेड़ के नीचे बच्चे को मौत के घाट उतारा। इस घटना को अंधविश्वास से जोड़कर देखा जा रहा है।
बच्चे की मौत की सूचना जैसे ही पुलिस को मिली तो मौके पर पहुंची पुलिस ने हत्यारोपी मां को गिरफ्तार करते हुए बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले की एसपी सोमेन बर्मा ने भी घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए जानकारी हासिल की। ग्रामीणों के मुताबिक अपने बच्चे की जान लेने के आरोप में गिरफ्तार 35 वर्षीय महिला मंजू अक्सर बीमार रहती थी और अपनी बीमारी से निजात पाने के लिए उसने कथित रूप से अंधविश्वास में बेटे की बलि दे दी। मंजू का पति कानपुर में मजदूरी करता है, आरोपी महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सुल्तान पुलिस ने इस घटना के संबंध में ट्वीट किया है, ‘थाना गोसाईगंज क्षेत्र के धनउडीह गांव में एक महिला द्वारा अपने ही लगभग 4 माह के शिशु की फावडे से हत्या कर दी गयी। थाना स्थानीय पुलिस द्वारा विधिक कार्यवाही की जा रही है। पुलिस अधीक्षक सुलतानपुर द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर प्र0नि0 गोसाईगंज को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये हैं।’ फिलहाल पुलिस इस मामले में कई ग्रामीणों से भी महिला की बाबत पूछताछ करते हुए उसके बारे में जानकारी जुटा रही है। घटना को लेकर पुलिस सभी एंगल से इस केस की छानबीन में जुटी है, जिसमें से एक एंगल अंधविश्वास का भी है।
सौजन्य :janjwar
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