Mask Tv पर रिलीज हुआ ट्रांसजेंडर द्वारा अभिनीत वेब शो ‘प्रोजेक्ट एंजल्स’
जिस तरह मेन और वीमेन को समाज का एक खास हिस्सा माना जाता है और उन्हें समाज में हर तरह की सुविधाएं और हर पल को जीने का हक़ होता है उसी प्रकार ट्रांसेन्डर को भी यह पूरा हक़ होना चाहिए|
जिस तरह मेन और वीमेन को समाज का एक खास हिस्सा माना जाता है और उन्हें समाज में हर तरह की सुविधाएं और हर पल को जीने का हक़ होता है उसी प्रकार ट्रांसेन्डर को भी यह पूरा हक़ होना चाहिए . समाज का एक अहम् हिस्सा है ट्रांसजेंडर और देश में उन्हें भी हर छेत्र में अपना नाम रोशन करने का हक़ है . इसी सोच के साथ एक नए वेब शो को रिलीज किया गया है जिसका नाम है ‘प्रोजेक्ट एंजल्स’, इस शो की सबसे बड़ी खासियत यह है की इस शो में रियल में ट्रांसजेंडरस ने ही काम किया है जो यक़ीनन तारीफ़ करने की बात है .
Ott App Mask Tv मास्क टीवी पर रिलीज हुए इस शो के बाद मुंबई में कलाकारों के साथ शो के डायरेक्टर और प्रोडूसर ने मीडिया से खास बातचीत की .इस शो को लेकर निर्माता चिरंजीवी भट्ट Chiranjeevi Bhatt कहते है ” मास्क टीवी का निर्माण हमने सच्चाई को समाज के बीच में लाने के लिए किया है . इन दिनों कई ओटीटी प्लेटफार्म मार्केट में आये है जिसमे वल्गैरिटी भर भरकर आ गई है लेकिन हम अपने शो और बाकि प्रोजेक्ट्स में समाज के रियल बातों को दर्शाते है . हमारे शो में सच्चाई दिखाई जाती है . उसी प्रकार ‘प्रोजेक्ट एंजल्स’ PROJECT ANGELS में भी हमने ट्रांसजेंडर्स को लेकर उनके सपने उनके फैशन को लेकर शो बनाया है. ट्रांसजेण्डर को लेकर काम करना बेहद ही बड़ी बात है लेकिन हमने उनके विश्वास को जीता और उन्होंने हमारे साथ काम किया.”
वही शो की डायरेक्टर मानसी भट्ट Mansie Bhatt ने इस शो को डायरेक्ट किया है और बताया “ट्रांसजेंडर समाज का ही हिस्सा है और इस शो में उनके फैशन उनके लाइफस्टाइल को दर्शाया गया है .यह शो उनके फैशन, मेकअप और उनके जीवन से जुड़ा शो है. इस शो को लेकर मैं काफी उत्त्साहित हु.”
ओटीटी वेब सीरीज “प्रोजेक्ट एंजल्स” में हमारे साथ कलाकार है – नव्या सिंह ( एंकर ),अल्फिया अंसारी, जोया खान,गरिमा ग्रेवाल, सोनम खान, आफिया मुकरी, सायबा अंसारी, सिमरन खान, खुशी पारगी और आफरीन शेख। उनमें से 10 ऐसे कलाकार हैं जो पहली बार फ़िल्म कैमरे का सामना कर रहे हैं और बड़ी सहजता के साथ। हमारी तरह सभी गतिविधियों के अलावा वे फैशन शो में भी भाग लेते हैं। वे अपने नए अवतार में खूबसूरत और जुनूनी हैं और हम साथ-साथ हैं। इस ‘थर्ड जेंडर’ को सरकार द्वारा मान्यता दिए जाने के बाद भी ये ऐसा समुदाय है जो अभी भी उपेक्षित हैं।
सौजन्य :प्रेसनोट
नोट : यह समाचार मूलरूप से https://www.pressnote.में प्रकाशित हुआ है. मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है|