कोर्ट में पेशी से पहले जेल परिसर में ही लटका मिला कैदी का शव, कालाहांडी की टीचर की हत्या का था आरोपी
कांटाबांजी उप-जेल के अधिकारियों ने कहा कि आरोपी गोविंद साहू का शव बलांगीर स्थित जेल के एक पेड़ पर फंदे से लटका हुआ पाया गया। उसे अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भुवनेश्वर: ओडिशा के कालाहांडी में एक शिक्षिका के अपहरण और हत्या मामले के मुख्य आरोपी का शव जेल परिसर में एक पेड़ पर फंदे से लटका पाया गया। यह जानकारी पुलिस ने दी। कांटाबांजी उप-जेल के अधिकारियों ने कहा कि आरोपी गोविंद साहू का शव बलांगीर स्थित जेल के एक पेड़ पर फंदे से लटका हुआ पाया गया। उसे अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया कि साहू को आज (मंगलवार को) न्यायिक मैजिस्ट्रेट, प्रथम श्रेणी की अदालत में पेश किया जाना था। पुलिस महानिदेशक एस के बंसल ने अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया, जबकि विपक्षी बीजेपी और कांग्रेस ने अप्राकृतिक मौत के पीछे साजिश का आरोप लगाते हुए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की।
मानवाधिकार का नोटिस, 15 दिन में मांगा जवाब
ओडिशा मानवाधिकार आयोग (ओएचआरसी) ने भी हिरासत में हुई मौत का स्वत: संज्ञान लिया और जेल के विशेष महानिदेशक और डीसीएस और बलांगीर के पुलिस अधीक्षक को 15 दिनों के भीतर अपनी-अपनी रिपोर्ट देने को कहा।
भुवनेश्वर के जेल उप महानिरीक्षक (डीआईजी) शुभकांत मिश्रा ने स्वीकार किया कि कांटाबांजी में जेल अधिकारियों की ओर से चूक हुई और कहा कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि डीआईजी, संबलपुर 24 घंटे के भीतर एक रिपोर्ट सौंपेंगे, और हिरासत में मौत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) द्वारा जारी सभी दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है।
ओडिशा पुलिस का ट्वीट
बलांगीर के पुलिस अधीक्षक कुलस्कर नितिन दागडू कांटाबांजी पहुंचे और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की। ओडिशा पुलिस ने ट्वीट किया, ‘डीजीपी, ओडिशा ने सीआईडी-अपराध शाखा को कांटाबांजी पुलिस थाने यूडी केस नंबर 15/2022 की जांच करने का आदेश दिया है। यह मामला सिंधीकेला पुलिस थाने में मामला संख्या 97/21 के मुख्य आरोपी गोबिंद साहू की उप-जेल में आज अप्राकृतिक मौत से संबंधित है।’
ओएचआरसी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति बिनय कृष्ण पटेल ने एक आदेश में कहा, ‘चूंकि यह हिरासत में मौत का मामला है, इसलिए घटना की गंभीरता को देखते हुए आयोग इस मामले का स्वत: संज्ञान लेता है।’ उन्होंने कहा, ‘जेल के विशेष महानिदेशक और डीसीएस और बलांगीर पुलिस अधीक्षक को घटना के 15 दिनों के भीतर आयोग को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए नोटिस जारी करें।’
क्या है पूरा मामला?
शिक्षिका कालाहांडी जिले के महालिंग में एक निजी स्कूल में पढ़ाती थी और साहू इस शिक्षण संस्थान की प्रबंधन समिति का अध्यक्ष था। वह पिछले साल 8 अक्टूबर को लापता हो गई थी और बाद में 19 अक्टूबर को स्कूल परिसर में एक गड्ढे से उसकी हड्डियां और शरीर के अन्य हिस्से बरामद किए गए थे।
साहू को बाद में महिला शिक्षक की हत्या करने और उसके शरीर को टुकड़ों में काटने, उसे जलाने और गड्ढे में फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उसने कथित तौर पर सबूत मिटाने के लिए उसके बैग, मोबाइल फोन और अन्य सामान को भी आग लगा दी थी।
पुलिस जांच में पता चला कि महिला शिक्षक ने साहू को उसके विवाहेतर संबंधों को उजागर करने की धमकी दी थी, जिस पर उसने पिछले साल 8 अक्टूबर को अपनी कार के अंदर कथित तौर पर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी।
बीजेपी का बीजेडी पर आरोप
ओडिशा बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रुति पटनायक ने आरोप लगाया कि साहू की हत्या इसलिए की गई, क्योंकि अदालत में उसके बयान से सत्तारूढ़ बीजेडी के कुछ नेताओं का पर्दाफाश हो सकता था।
बलांगीर जिले के तुरेकेला प्रखंड के झारी गांव की 24 वर्षीय शिक्षिका के अपहरण और हत्या ने देश भर में सनसनी फैला दी थी। इस मामले को लेकर विपक्ष ने तत्कालीन राज्य मंत्री डी एस मिश्रा को हटाने की मांग की थी। साहू कथित तौर पर मिश्रा का करीबी सहयोगी था, जिन्हें बाद में छह महीने बाद नवीन पटनायक मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था।
सौजन्य :नवभारत टाइम्स
नोट : यह समाचार मूलरूप से नवभारत टाइम्स में प्रकाशित हुआ है. मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है !