थाने से लौटने के बाद दलित नाबालिग की मौत, पुलिस पर पिटाई का आरोप, जानिए क्या है पूरा मामला
सिंगरौली. थाने से घर लौटने के बाद दलित नाबालिग की मौत हो गई। उसकी मौत के बाद परिजन अवाक रह गए और पुलिस पर बेदम पिटाई करने का आरोप लगाया है। घटना सरई थाना क्षेत्र के धिरौली गांव का है। जहां बीते शनिवार को गजराबहरा के एक झोलाछाप डॉक्टर की शिकायत सरई पुलिस ने दलित किशोर को उठाकर थाने ले गई। इसके बाद नाबालिग को देर रात थाने से छोड़ दिया गया।
रविवार दोपहर अचानक उसे उल्टी होने लगी और उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजन व ग्रामीणों ने सरई पुलिस पर कस्टडी में बेरहमी से मारपीट करने का आरोप लगाया है। वहीं गांव में पुलिस के खिलाफ विरोध करते हुए ग्रामीणों ने घंटों तक प्रदर्शन किया है। देर शाम तक कई थानों की पुलिस व एसडीओपी, सीएसपी, डीएसपी सहित तहसीलदार मौके पर गुस्साए परिजन व ग्रामीणों को समझाइश देने में जुटे थे। लेकिन परिजन मानने को तैयार नहीं थे। उचित कार्रवाई के आश्वासन के बाद मौके से पुलिस ने शव को उठाकर पीएम के लिए सरई ले गई।
पुलिस के मुताबिक राजबहादुर पनिका पिता रामप्रसाद पनिका उम्र 17 वर्ष निवासी धिरौली के खिलाफ गजराबहरा का एक झोलाछाप डॉक्टर रामकृपाल शाह ने शनिवार को सरई थाने में पैसा लेनदेन की शिकायत किया। थाने से वापस लौटने के बाद रास्ते में झोलाछाप को नाबालिग मिल गया। परिजनों के अनुसार झोलाछाप डॉक्टर ने पुलिस को फोन के जरिए सूचना देकर मौके पर बुला लिया। इसके बाद पुलिस ने राजबहादुर पनिका को उठाकर थाने ले गई। जहां कस्टडी में किशोर की बेरहमी से पिटाई करने के बाद उसे छोड़ दिया। रविवार की दोपहर उल्टी होने लगी और नाबालिग की मौत हो गई।
शरीर में हैं गंभीर चोट के निशान
परिजनों ने बताया है कि किशोर के पीठ सहित शरीर के अन्य भाग में गंभीर चोट के निशान मिले हैं। इसलिए पुलिस पर आरोप लगाया जा रहा है कि किशोर की साधारण नहीं बल्कि पिटाई से उसकी मौत हो गई है। पुलिस की बर्बरता से नाराज परिजन व ग्रामीणों ने लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। मौके पर तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। इसलिए एसडीओपी, सीएसपी व अजाक डीएसपी सहित कई थानों के प्रभारियों को स्थिति काबू में करने के लिए धिरौली गांव में भेजा गया।
डॉक्टरों की टीम करेगी पोस्टमार्टम
किशोर की मौत के बाद पोस्टमार्टम चिकित्सकों की टीम करेगी। इस दौरान मौके पर परिजन व ग्रामीण भी मौजूद रहेंगे। पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। जिससे यह स्पष्ट हो सके कि किशोर की मौत कैसे हुई है। फिलहाल परिजन खुलकर आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस की पिटाई के चलते नाबालिग की मौत हुई है। बताया गया है कि पोस्टमार्टम होने के बाद डॉक्टरों की टीम जो पीएम रिपोर्ट देगी। उसमें संदेह की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
धिरौली गांव में एक नाबालिग की मौत हुई है। मौके पर स्थिति को देखते हुए मुख्यालय से सीएसपी, डीएसपी अजाक व विंध्यनगर टीआइ को भेजा गया है। फिलहाल मामला शांत हो गया है। चिकित्सकों की टीम से पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शिव कुमार वर्मा, एएसपी सिंगरौली।
सौजन्य : Patrika
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