दशकों से ‘शापित’ जिंदगी जी रहे हैं इस गांव के परिवार, डरावनी है इनकी कहानी
पीलीभीत: एक ओर जहां सरकार ‘सबका साथ सबका विकास’ के नारे पर काम करने के दावे करती है. वहीं उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से ऐसी तस्वीर निकल कर सामने आई है. जहां दशकों से तमाम दलित हिंदू परिवार अपने ही गांव में सामाजिक बहिष्कार का दंश झेलते आ रहे है. उनका आरोप है कि न तो गांव में उनके बाल काटे जाते हैं, न ही किसी आयोजन में उन्हें टेंट व क्रॉकरी का सामान दिया जाता है.
दरअसल मामला पीलीभीत के अमरिया क्षेत्र में बरा व मझलिया गांव की कुल आबादी लगभग 2500 के करीब है. इन गांवों में कुछ दलित परिवार रहते हैं. गांव के निवासी मदनलाल ने बताया कि गांव के समुदाय विशेष के लोग उनका दशकों से बहिष्कार करते आ रहे हैं. गांव के नाई उनके समाज के लोगों के बाल नहीं काटते. ऐसे में अगर उन्हें अपने व बच्चों के बाल कटवाने होते हैं तो उन्हें अमरिया कस्बे जाना पड़ता पड़ता है. ऐसे में हम लोग अपने ही गांव में अलग थलग पड़ गए हैं. हमें अपने ही गांव में जरूरी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं.
टेंट-बारदाना तक नहीं देते गांव के लोग
गांव की ही निवासी अनीता ने बताया कि लोगों के परिवारों में कोई भी आयोजन होने पर गांव के ही लोग उन्हें टेंट बारदाना तक देने से मना कर देते हैं. वे कहते हैं कि तुम लोग अछूत जाति के हो इसीलिए तुम्हें सामान नहीं दे सकते, अगर तुम्हें सामान दिया तो हमारे समुदाय के लोग हमसे सामान लेना बंद कर देंगे.
सदियों से चली आ रही है प्रथा
नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर गांव में ही नाई का काम करने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि उनके गांव में सदियों से यह प्रथा चली आ रही है. अगर वह इन लोगों के बाल काटेगा तो उसके ही समाज के अन्य लोग उसका बहिष्कार कर देंगे ऐसे में अगर यह लोग जिद करेंगे तो मजबूरन मुझे अपनी दुकान बंद करनी पड़ेगी.
भीम आर्मी ने दी आंदोलन की चेतावनी
लंबे समय से चलता रहे बहिष्कार की जानकारी जब भीम आर्मी के पदाधिकारियों को लगी तब उन्होंने पूरे मामले को ट्वीट करते हुए पीलीभीत पुलिस को टैग किया. साथ ही ट्वीट में यह भी लिखा कि अगर जल्द से जल्द इन लोगों को उनके हक नहीं मिलते तो भीम आर्मी आंदोलन करेगी.
किसी के साथ नहीं होने देंगे भेदभाव
पूरे मामले पर एसडीएम अमरिया सौरभ यादव का कहना है कि सोशल मीडिया के ज़रिए पूरा मामला उनके संज्ञान में आया है. पूरे मामले पर नजर बनाकर उचित कदम उठाएंगे किसी भी प्रकार से दलित समाज के साथ भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा.
सौजन्य : News18
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