दलित शख्स ने हैंडपंप से पानी पिया तो दंबगों ने दी खौफनाक सजा, सरिये से पीट-पीट कर की हत्या
जोधपुर सूरसागर क्षेत्र के भोमियाजी की घाटी सूरज का बेरा स्थित कच्ची बस्ती में पानी भरने को लेकर हुए विवाद में एक दलित युवक पर तीन युवकों ने सरिया से हमला बोल हत्या कर दी. इस घटना के बाद पुलिस ने शव को महात्मा गांधी अस्पताल में रखवाया है. वहीं तीन आरोपी युवकों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है. इस हत्या की खबर मिलते ही उसके परिजन और रिश्तेदार भी एमडीएम अस्पताल पहुंच गए. मृतक दलित किशनाराम के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर विरोध जताया और पोस्टमार्टम नहीं कराने पर अड़ गए. मॉर्चरी के बाहर भारी भीड़ जमा है और पुलिस समझाइश की कोशिश कर रही है.
50 लाख मुआवजे की मांग
आक्रोशित दलित समाज के लोगों के साथ अन्य संगठन के लोग भी एमडीएम अस्पताल की मॉर्चरी के बाहर धरने पर बैठे कर शंकर लाल के परिवार के लिए एक सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए. मुआवजा न मिलने पर आने वाले दिनों में विरोध प्रदर्शन और बढ़ेगा. साथ ही जोधपुर को बंद भी करवाएंगे और इस जगह किसी भी दल को राजनीति नहीं करने देंगे. जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट वेस्ट के एडीसीपी हरफूल जाट ने बताया की सूरज की बेरा स्थित कच्ची बस्ती में रहने वाले 45 साल के किशनाराम का पड़ोस में रहने वाले शकील, बबलू और एक अन्य युवक से सरकारी ट्यूबवेल से पानी भरने को लेकर झगड़ा हो गया.
पानी के लिए युवक की निर्मम हत्या
विवाद बढ़ने पर शकील सहित तीनों युवकों ने किशनराम पर सरिया से जानलेवा हमला बोल दिया. इस हमले में बुरी तरह घायल हुए किशनाराम ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया. पुलिस तीनों युवकों को पुलिस हिरासत में लेकर मामले की जांच कर रही है. दलित समाज के नेता अनिल तेजी ने कहा कि पानी जैसी चीज के लिए एक युवक की निर्मम हत्या कर दी गई. शंकर अपने घर में इकलौता व्यक्ति था जो कि मजदूरी करके परिवार के सभी लोगों का पेट भरता था. जाति विशेष के इन लोगों ने शंकर को पानी के लिए मार दिया. वहीं एक ओर समाज में यह नारा लगाते हैं मीम और भीम भाई-भाई है. आज कहां गए वह जो भाई-भाई का नारा लगाते थे. इस भीम को मार दिया है कोई भी मीम यहां पर धरने पर नहीं पहुंचा है.
बीजेपी ने सरकार को घेरा
भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष देवेंद्र जोशी महेंद्र मेघवाल भी मौके पर पहुंचे और पानी के लिए हुई निर्मम बेरहमी से हत्या को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया. साथ ही मृतक के परिवार के लोगों ने कुछ दिन पहले पुलिस को शिकायत की थी उस समय पुलिस कार्रवाई करती तो शंकर हमारे साथ होता. सीएम गहलोत के गृह जिले में पानी जैसी साधारण चीज के लिए इंसान की जान ले ली जाती है. इस पर उनको खुद संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए. साथ ही शंकर के परिवार को मुआवजा देना चाहिए.
सौजन्य : Abp live
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