दलित छात्र सुसाइड मामले को लेकर आर्मी चीफ चंद्रशेखर किशनगढ़ पहुंचे, हनुमान बेनीवाल ने घटना को बताया दुःखद
किशनगढ़ : रूपनगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम नोसल में ओमप्रकाश पुत्र नारायण रैगर के आत्महत्या कर लेने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. मृतक ने सुसाइड नोट में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण के हाथों अंतिम संस्कार की इच्छा लिखी थी. मृतक की अंतिम इच्छा पूरा करने और परिवार को सांत्वना देने आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद किशनगढ़ पहुंचे. वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने घटना को दुःखद बताया और मौके पर RLP पार्टी के विधायक पुखराज गर्ग व कार्यकर्ता को भेजा.
आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद किशनगढ़ पहुंचे
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर चल रहे धरना प्रदर्शन को देख प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और समझाइस की. कई दौर चली वार्ता के बाद देर शाम को सहमति बनी, मृतक के सुसाइड नोट में लिखें पुलिस अधिकारी और सरपंच के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. मीडिया से बातचीत में आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावणा ने कहा कि मृतक ओमप्रकाश बहादुर और शिक्षित था, लेकिन सिस्टम से लड़ रहा था मृतक की और से दी गई शिकायत पर कार्रवाही करने की बजाय पुलिस उल्टा उसे समझौता करने के लिए दवाब बनाती रही. गहलोत सरकार में दलित समाज आज भी पीड़ा झेल रहा है लेकिन अब यह लड़ाई अकेले ओमप्रकाश को नहीं बल्कि पूरे समाज की है.
दलित युवक के आत्महत्या मामले ने सुबह होते होते तूल पकड़ा
इससे पहले देर रात को दलित युवक के आत्महत्या मामले ने सुबह होते होते तूल पकड़ लिया. प्रशासन को परिजनो व ग्रामीणों ने मृतक का पोस्टमार्टम करवाने के लिए मना कर दिया है. दोपहर के बाद मौके पर RLP के भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग सहित राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से जुड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया. भीम सेना आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के आने की सूचना से समाज के लोग भी बड़ी संख्या में जुट गए.
रूपनगढ़ के राजकीय स्वास्थ्य केंद्र के बाहर विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए है. परिजनों ने मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपए, सरकारी नोकरी तथा सुसाइट नोट में लिखे नामजद आरोपियों की गिरफ्तार करने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. मौके पर किशनगढ़ सिटी डिप्टी वैभव शर्मा, बांदरसिंदरी थाना प्रभारी प्रभातीलाल, एएसआई श्योजी लाल सहित अजमेर से अतिरिक्त पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है.
यह है मामला
रूपनगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम नोसल में मंगलवार शाम को युवक ने राजनीति दबाव में आकर न्याय नहीं का पुलिस पर आरोप लगा फांसी का फंदा लगाकर जीवनलीला की समाप्त कर ली थी. मृतक युवक ने तीन पेज के सुसाइट नोट में थानाप्रभारी अयूब खान, किशनगढ़ ग्रामीण डिप्टी लोकेंद्र दादरवाल, और नोसल के पूर्व सरपंच रणजीत सिंह को मौत का जिम्मेदार बताया.
सूचना पर रूपनगढ़ तहसीलदार हरेंद्र मूंड, नोसल सरपंच प्रतिनिधि महेंद्र कुमार, मदनगंज थाना प्रभारी नेमी चंद, थाने के एएसआई श्योजीलाल, दीवान छोटू सिंह मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे. इस बीच मृतक के शव के पास मिला सुसाइट नोट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. मृतक ने सुसाइट नोट में दीपावली पर किसी मामले को लेकर स्थानीय व्यक्ति के झगड़े को लेकर रूपनगढ़ थाने में मृतक ओमप्रकाश रिपोर्ट दर्ज करवाने गया था. आरोप है कि नोसल के पूर्व सरपंच रणजीत सिंह के दवाब में आकर थानाप्रभारी ने दूसरे पक्ष के लोगो का भी मामला दर्ज कर लिया. बरहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया.
सौजन्य : Zee news
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