दलित विधवा महिला की हत्या के घटना का पुलिस ने किया पर्दाफाश, आरोपी गिरफ्तार
Kushinagar: जनपद के रामकोला थाना क्षेत्र के मेहदीगंज में एक माह पूर्व दलित महिला की हत्या का राज आखिर पुलिस ने खोल दिया। एक तरफा प्यार करने वाले आशिक ने उसके परिवार के लोगों को फसाने के लिए एक दलित विधवा की हत्या कर दिया।
मेहदीगंज टोले पर 27 सितंबर को हुई दलित विधवा की हत्या की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है। पुलिस आरोपी युवक को गिरफ्तार कर आईपीसी की धारा 302/506 के तहत मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई में जुट गई है। गिरफ्तार अभियुक्त प्रवीन उर्फ प्रदीप पाल पुत्र राम अजोर पाल अयोध्या जनपद के थाना इनायत नगर के गहनों की गहनो खिहारन बाजार का निवासी हैं। 27 सितम्बर को हुई हत्या की खबर न्यूज ट्रैक ने प्रखुखता से चलाई थी।
एडीशनल एसपी रितेश सिंह ने दी जानकारी
एडिशन एसपी रितेश सिंह ने बताया कि मृतका पूजा के गांव मेहदीगंज के ही रहने वाले रामदास एक वर्ष पहले मुम्बई मे अपने पूरे परिवार के साथ रहकर विल्डिंग बनवाने का काम करता था। वही पर अभियुक्त प्रवीन उर्फ प्रदीप पाल भी उनके साथ ही काम करता था। अभियुक्त प्रवीन उर्फ प्रदीप पाल रामदरश की लड़की से एक तरफा प्यार करने लगा, जिससे अभियुक्त लड़की से बार बार मिलने का प्रयास करता था। अभियुक्त से परेशान होने के कारण रामदास अपने परिवार को लेकर अपने गांव मेहदीगंज आकर रहने लगा। अभियुक्त एकतरफा प्यार में लड़की से शादी करने का तथा घर से भागने का दबाव बनाता था। ऐसा न करने पर उसके द्वारा पूरे परिवार को फंसाने की धमकी दी जाती थी। घटना के दिन रात्रि में मृतका पूजा घर में अकेला देखकर अभियुक्त द्वारा रामदास के परिवार को फसाने के उद्देश्य से लोहे की रॉड से वार कर मृतका की हत्या कर दिया गया और घटना स्थल पर अंकित किया गया कि रामदास और रामदास के लड़के इस हत्या के जिम्मेदार हैं।गिरफ्तार आपराधिक इतिहास भी है उस पर मुम्बई के बोरबली थाने में मुअसं 142/22 धारा 379/411 के तहत मुकदमा दर्ज है।
पुलिस टीम के सदस्य
पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में तथा क्षेत्राधिकारी खड्डा संदीप वर्मा के कुशल नेतृत्व में गठित संयुक्त टीम ने घटना का अनावरण किया है । इस टीम में रामकोला थाना प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार राय , वरिष्ठ उप निरीक्षक आलोक कुमार यादव सर्विलांस प्रभारी उप निरीक्षक शरद भारती, कांस्टेबल रामप्रकाश यादव, अंगद यादव, शुभम वर्मा, सर्विलांस सेल कम्प्यूटर आपरेटर शम्मी कुमार, सुशील कुमार सिंह रहे।
पूजा हत्याकाण्ड का खुलासा होने से बच गये कई निर्दोष
जनपद के रामकोला थाना क्षेत्र के पपउर गांव के मेहदीगंज दलित बस्ती में धारदार हथियार से विधवा महिला की हत्या कांड मामले का पर्दाफाश हो जाने से तहरीर के आधार पर मुकदमे में दर्ज निर्दोष लोग जेल जाने से बच गये, जिसकी क्षेत्र में चर्चा हो रही हैं। वहीं रामकोला थाना प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार राय की कार्य शैली की सराहना भी हो रही है।
ये है मामला
उल्लेखनीय हैं कि रामकोला थाना क्षेत्र के पपउर ग्राम सभा के मेहदीगंज में पूजा देवी पत्नी स्वर्गीय राजेश उम्र 30 वर्ष लगभग अपने दो मासूम बच्चों व अपनी बहन के साथ घर पर रहती थी । 27 सितम्बर को पूजा की बहन दोनों मासूमों को लेकर इसी थाना क्षेत्र के कुस्महा के चकिया अपने घर चली गई। उस रात पूजा घर पर अकेली रात थी। रात में ही किसी ने धारदार हथियार से सिर पर प्रहार कर उसकी हत्या कर दी गई थी। सुबह गांव की ही एक लड़की उसके घर गई तो देखी कि पूजा मृत अवस्था में बिस्तर पर पड़ी है। वह लड़की चिल्लाते हुए बाहर आई तब ग्रामीणों को इसकी जानकारी हुई। किसी ने इसकी सूचना रामकोला पुलिस को दी। रामकोला एसएचओ नीरज राय मौके पर तत्काल पहुंच गए। कुछ ही समय बाद एसपी धवल कुमार भी मौके पर पहुंच कर पूरी जानकारी लिये। डाग स्कवायड और फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी थी।
रामकोला पुलिस मृतका के पिता की तहरीर पर पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही थी। तहरीर में नामित लोगों से पुलिस लागातार पूछताछ करती रही थी। मृतका के मायके पक्ष द्वारा पूजा के मौत लिए जमीन का विवाद बताया जा रहा था। जबकि जमीन की पंचायत बहुत पहले हो गई थी और पूजा अपने हिस्से में मकान बनवा कर घर भोज भी कर चुका थी। पुलिस सभी बिंदुओ पर बारीकी से धैर्य पूर्वक छानबीन कर रही थी। लेकिन जमीन विवाद पुलिस के हलक के नीचे नही उतर रहा था।
सौजन्य : News track
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