तिहरे हत्याकांड के आरोपियों के घर-दुकान पर चला बुलडोजर, दलित परिवार पर दबंगों ने बरसाई थीं गोलियां
मध्य प्रदेश में इस समय चर्चित दमोह के तिहरे हत्याकांड में प्रशासन ने शुक्रवार को आरोपियों के घर गिरा दिए हैं। बुलडोजर और जेसीबी से एक मकान व एक दुकान को जमींदोज किया गया। बता दें कि एक दिन पहले ही पीड़ित परिवार की ओर से प्रशासन को ज्ञापन देकर 24 घंटे में कार्रवाई करने का अल्टीमेटम दिया था, कहा थी कि अगर प्रशासन कार्रवाई नहीं करेगा तो हम खुद जाकर उनके मकान ढहा देंगे।
जानकारी के मुताबिक दमोह जिले के देहात थाना के देवरान गांव में 25 अक्टूबर की सुबह जगदीश पटेल नामक शख्स और उसके परिवार के लोगों ने गांव के ही दलित समाज के पांच लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। इसमें घमंडी अहिरवार, उसकी पत्नी राजप्यारी और पुत्र मानक अहिरवार की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दो बेटे महेश और बल्लू गंभीर रूप से घायल हुए थे जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में सात नामजद आरोपियों पर मामला दर्ज किया था। गुरुवार रात तक छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, एक आरोपी फरार है।
शुक्रवार को प्रशासन की टीम बुलडोजर और जेसीबी लेकर आरोपियों के घर पहुंची। उनके अतिक्रमण को ध्वस्त किया गया। पूरे समय बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव में तैनात था। गौरतलब है कि गुरुवार को ही दलित समाज ने जिला प्रशासन को पीड़ित परिवार की ओर से एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें मांग की गई थी कि आरोपियों के घर नहीं गिराए गए तो वह खुद जाकर गिरा देंगे। शुक्रवार सुबह कलेक्टर के निर्देश पर बड़ी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी देवरान गांव पहुंचे और आरोपियों द्वारा किए गए अतिक्रमण को जेसीबी की मदद से गिराया गया। आरोपियों ने अतिक्रमण कर एक मकान और एक दुकान का निर्माण किया था। मकान के अंदर रखा सामान आरोपियों के परिजनों के सुपुर्द किया गया है।
ये घटनाक्रम प्रदेशभर में चर्चा में है। इसे लेकर प्रदेश के कई शहरों में ज्ञापन सौंपे जा चुके हैं। मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री सहित कई नेता घटना की निंदा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर दो दिन पूर्व प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह देवरान गांव में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे और आठ लाख की सहायता राशि उपलब्ध कराई थी। इसके अलावा परिवार की पूरी जवाबदारी सरकार द्वारा उठाने की बात कही गई थी। अभी भी पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील है और एक अस्थाई चौकी वहां पर निर्मित की गई है।
आरोपियों के घर गिराए जाने के बाद मृतक मानक अहिरवार की पत्नी सीता ने बताया कि वह इस कार्रवाई से काफी खुश है, लेकिन आरोपियों के सभी घर गिराए जाएं तो उसे और अच्छा लगेगा, क्योंकि उसका सुहाग उजड़ने के साथ ही पूरा परिवार तहस-नहस हो गया है फिर भी जो कार्रवाई अधिकारियो ने की है, वह सही की है।
सौजन्य : Amar ujala
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