दलित बस्ती में एक माह से घुटनों तक भरा पानी, सीएमओ बोले- तालाब का पानी है हम क्या करें
नगर परिषद चंदला की उदासीनता एवं असंवेदनशीलता के चलते नगर के वार्ड 15 दलित बस्ती में घुटनों से पानी भरा हुआ है। बस्ती में पानी भरा होने से यहां के रहवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बस्ती के लोग इस पानी को पार कर आवागमन करने को मजबूर हैं। मुख्य मार्ग पर एक माह से घुटनों से पानी भरा होने के कारण बच्चों और बुजुर्गों को आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार बच्चे गिर जाते हैं, वहीं बुजुर्ग भी कई बार यहां निकलते समय गिर चुके हैं।
इसके बावजूद नगर परिषद ने जल निकासी के कोई इंतजाम नहीं किए। चंदला के वार्ड 15 के रहवासियों संदीप, हिरिया सहित अनेक लोगों ने बताया कि हमारे घरों के पीछे बस्ती से लगा हुआ जगमन तालाब है। अत्याधिक जलवृष्टि के कारण यह तालाब लबालब भरा हुआ है और तालाब से ओवरफ्लो के लिए दूसरे छोर से पाइप डालकर एक नाला बनाया गया है। लेकिन इस पाइप का लेबल काफी ऊंचा कर दिया गया है। जिससे तालाब का बढ़ा हुआ पानी इस पाइप से न निकलकर बंधान के ओर से बस्ती में आ रहा है। यह पानी बस्ती में भरा हुआ है। यह समस्या एक माह से है, रहवासी एक माह से परेशान हैं।
जलभराव से संक्रमण फैलने का बढ़ा खतरा
एक ओर शासन-प्रशासन मलेरिया और डेंगू के खतरे को भांपते हुए लोगों को अलर्ट कर रहा है। घरों में, मोहल्लों, प्लॉटों में जल भराव न होने देने के लिए जागरूक किया जा रहा है। जिले में डेंगू के लार्वा में मिलने की खबरें आती रही हैं। लेकिन वहीं दूसरी ओर नगर परिषद चंदला दलित बस्ती में एक माह से भरे पानी के निकासी के प्रति लापरवाह व संवेदनहीन बनी हुई। इसे लेकर दलित बस्ती में संक्रमण का खतरा हर समय मंड़रा रहा है। चारों ओर गंदगी का आलम है।
नगर परिषद चंदला के अधिकारी
क्यों : एक माह से तालाब का पानी निकलकर बस्ती में भरा हुआ है। कॉलोनी वासियों ने नगर परिषद के अधिकारी, कर्मचारियों को कई बार इस समस्या से अवगत कराया। लेकिन न तो सीएमओ ने इस ओर ध्यान दिया, न ही उपयंत्री ने और न ही स्वच्छता प्रभारी ने इस गंभीर समस्या की ओर गौर किया। नतीजतन बस्ती में संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं जब इस समस्या के बारे में सीएमओ मिथलेश द्विवेदी को अवगत कराया गया तो वह बेतुका जवाब देते हुए कहते हैं कि तालाब का पानी है, हम क्या करें। एक जिम्मेदार अधिकारी का गैर जिम्मेदाराना जवाब हैरान कर देने वाला है।
“तालाब का पानी बस्ती में भर गया है, हम उपयंत्री को भेज कर पानी निकासी के लिए कहेंगे।”
-मिथलेश द्विवेदी, अध्यक्ष, नगर परिषद चंदला।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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