विरोध प्रदर्शन:आदिवासियों के आरक्षण में कटौती के विरोध में प्रदेश स्तरीय प्रस्ताव के समर्थन में बंद रहीं दुकानें
विरोध प्रदर्शन:आदिवासियों के आरक्षण में कटौती के विरोध में प्रदेश स्तरीय प्रस्ताव के समर्थन में बंद रहीं दुकानें
आदिवासियों के समर्थन में बंद रहा बड़गांव-कापसी
छत्तीसगढ़ राज्य में आदिवासियों के 32 प्रतिशत आरक्षण के लिए प्रदेश स्तरीय प्रस्ताव के अनुरूप आदिवासी समाज के बंद एवं विरोध प्रदर्शन का खासा असर दिखाई दिया।बड़गांव-कापसी-पखांजूर बंद रहा। लोगों ने आदिवासियों कि मांगों का समर्थन करते हुए अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। सुबह यात्री बसों का पखांजूर से भानुप्रतापपुर की ओर जाना जारी रहा।
11 बजे के बाद सामाजिक लोग पंखाजूर पुराना बाजार सुभाषचंद्र बोस चौक में एकत्र हुए। इसी दौरान भारी बारिश भी हुई। उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा 19 सितंबर 2022 को दिए गए फैसले के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य आरक्षण अध्यादेश 2012 अमान्य हो गया है।
आरक्षण 32 से घटाकर 20 फीसदी किए जाने का है विरोध
पखांजूर | आदिवासी समाज का आरक्षण 32 प्रतिशत से घटा कर 20 प्रतिशत किए जाने के विरोध में सर्व आदिवासी समाज द्वारा सोमवार को धरना, रैली व बंद का आयोजन किया गया परलकोट क्षेत्र में बंद का व्यापक असर सुबह से ही दिखा। पखांजूर, कापसी व बांदे की दुकानें पूरी तरह से बंद रही। समाज द्वारा पुराना बाजार चौक में सभा का आयोजन किया गया और अपनी मांगों को लेकर रैली निकाली।
राष्ट्रपति, राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। पूर्व विधायक मंतूराम पवार ने कहा प्रदेश सरकार चाहे तो कोर्ट के आदेश पर अध्यादेश लाकर आरक्षण को पुन बहाल कर सकती है, लेकिन लगाता है प्रदेश सरकार की मंशा आदिवासियों के हित में नहीं है।
राज्य सरकार पर जनजाति विरोधी होने का लगाया आरोप
सरोना | सर्व आदिवासी समाज द्वारा आरक्षण में कटौती किए जाने के विरोध में सोमवार को सरोना के लिंगों चौक में धरना प्रदर्शन कर चक्काजाम किया। समाजजनों ने छत्तीसगढ़ सरकार पर जनजाति विरोधी होने का आरोप लगाया। समाज के बंद के आह्वान पर सरोना में सभी प्रतिष्ठानें सुबह से ही बंद रही। आदिवासी समाज के लोग भारी मात्रा पर उपस्थित होकर रैली निकाली।
सर्व आदिवासी समाज का कहना राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण आदिवासी समाज की जनगणना के अनुपात में 32 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान को उच्च न्यायालय द्वारा कम करने को लेकर प्रदर्शन है। इस दौरान नरेंद्र नेताम, घुनेश्वर नेताम, रामनाथ शोरी, प्रताप भास्कर उपस्थित थे।
साभार :दैनिक प्रभात
दिनाक :११ अक्टूबर २०२२