रामपुर : दलित रसोइया के हाथ का बना खाना खाने से बच्चों ने किया इंकार, असमंजस में अधिकारी
शाहबाद ( रामपुर),अमृत विचार। विकास खंड शाहबाद के एक प्राथमिक विद्यालय में दलित समाज की रसोइया के हाथ के बने खाने से इंकार करने के मामले ने तूल पकड़ ली है। मामले की जांच के लिए विद्यालय पहुंचे अफसरों के सामने बच्चों ने दलित रसोइया के हाथों बना बना खाना खाने से परेहज जाहिर किया। जब अफसरों ने बच्चों से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि दलित महिला के हाथ का बना खाना कहने का मन नहीं करता। बच्चों की इस बात ने अधिकारियों को असमंजस में डाल दिया है।
गौरतलब है कि क्षेत्र के एक परिषदीय स्कूल में तैनात रसोइया नीतू ने एसडीएम सुनील कुमार से शिकायत कर आरोप लगाया कि स्कूल में तैनात एक सवर्ण जाति के शिक्षक उसके हाथ का खाना खाने से इसलिए गुरेज करते हैं।, क्यूंकि वह वाल्मीकि समाज से ताल्लुक रखती है। साथ ही विद्यालय के शिक्षक भी बच्चों में जातिवाद का जहर घोल रहे हैं। वह बच्चों को उसके हाथ का बना खाना न खाने के लिए बरगलाते हैं। शिकायत के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीम सुनील कुमार गुरुवार को मामले की जांच करने पहुंच करने पहुंच गए। जहां उन्होंने जांच के दौरान बच्चों से वार्ता की। उसमें बच्चों ने रसोइया के हाथ का बना खाना खाने से इंकार कर दिया। बच्चों का कहना था कि दलित रसोइया के हाथ का बना खाना खाने का उनका मन नहीं करता है।
गुरुवार को मामले के जांच के लिए विद्यालय गए थे। प्रथम द्रष्टया तो शिक्षक की कोई गलती सामने नहीं आ रही है। इस दौरना बच्चों ने बातचीत की उन्होंने रसोइया के हाथ का बना खाना खाने से इंकार किया है। जातीय आधार पर तो दलित महिला को नहीं हटाया जाएगा। इसके लिए काउंसिलिंग कराना ही एकमात्र विकल्प है। -सुनील कुमार एसडीएम, शाहबाद
सौजन्य : Amritvichar
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