दलित छात्र की मौत पर भीम आर्मी का प्रदर्शन:कहा- दलितों का उत्पीड़न करने वालों की संपत्ति कुर्क करने का बने कानून
स्कूली शिक्षक द्वारा छात्र की पिटाई के बाद मौत मामले में भीम आर्मी भारत एकता मिशन ने पांच सूत्रीय ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम संबोधित एसडीएम को सौंपा। भीम आर्मी ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए सरकार की आलोचना की। ज्ञापन में अध्यापक को गिरफ्तार करके उसे फांसी देने आदि की मांग की गई।
भीम आर्मी भारत एकता मिशन के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार सागर के नेतृत्व में सरकार की आलोचना करते हुए एक पांच सूत्रीय ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम विरोध प्रदर्शन करते हुए एसडीएम विनय कुमार मिश्र को सौंपा। निखिल कुमार को न्याय दिलाने हेतु शिक्षक को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग के साथ फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाने की मांग की। निखिल कुमार के परिवार वालों को एक करोड़ की आर्थिक सहायता देने और दलितों पर अत्याचार न हो ऐसा कानून बनाने की मांग भी रखी। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने हत्यारे शिक्षक अश्वनी कुमार को फांसी देने की मांग उठाई।
10 के छात्र की शिक्षक ने की थी पिटाई
15 वर्षीय दलित लड़के की उसके स्कूली शिक्षक द्वारा पिटाई के कुछ दिनों बाद मौत हो गई। जिससे भीम आर्मी ने सरकार को निशाना बनाया है। औरेया के थाना अचल्दा क्षेत्र के फाफोंड रोड स्थित एक स्थानीय इंटर कॉलेज में कक्षा 10 के छात्र निखिल कुमार को 7 सितंबर को एक परीक्षा में गलती करने के लिए उसके सामाजिक विज्ञान शिक्षक अश्विनी सिंह ने कथित तौर पर पीटा था। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी मौत हो गई थी।
दलितों पर उत्पीड़न करने वालों की संपत्ति कुर्क होने का बने कानून
जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार सागर ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार दलितों के साथ उत्पीड़न की घटनाएं कराते हैं, औरैया में 10 वीं के छात्र निखिल की टीचर द्वारा पीटने से 18 दिन तक उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गई, यूपी सरकार उस टीचर पर किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं कर रही है और देश में दलितों को उत्पन्न करने वालों की संपत्ति कुर्क करने का कानून बने, हमने राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम सम्भल विनय कुमार मिश्रा को सौंपा है।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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