दलित परिवार के 5 लोगों को लाठी-डंडों से पीटा, आरोपियों ने ही डायल-100 को दी सूचना; जिला अस्पताल में भर्ती
सिविल लाइन थाना क्षेत्र में विश्वकर्मा समाज के करीब एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने एक दलित परिवार के 5 लोगों के साथ मारपीट की है। पीड़ितों ने आरोपियों पर जाति द्वेष के कारण मारपीट के आरोप लगाया है। इसके अलावा दोनों पक्षों के बीच पुराना जमीन विवाद भी है। उसी विवाद के चलते मारपीट होने की बात कही जा रही है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
घायल बसंतराम पुत्र दलपत अहिरवार (40) ने बताया कि वह देरी रोड पर महर्षि विद्या मंदिर के पास रहता है। वह दलित है इसलिए घर के सामने रहने वाला रामचरण विश्वकर्मा उससे द्वेष भावना रखता है। शनिवार की शाम करीब 7 बजे वह अपने घर पर विश्वकर्मा पूजा कर रहा था। इसी दौरान रामचरण विश्वकर्मा के साथ आए मनोज विश्वकर्मा, विजय विश्वकर्मा, प्रिंस विश्वकर्मा सहित करीब एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने ईंट, पत्थर, कुल्हाड़ी और डंडों से उसके परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया।
यह लोग हुए घायल
मारपीट के कारण बसंतराम के सिर और हाथ में, उसकी पत्नी सुनीता (35) के सिर और कमर में, पुत्र ओमप्रकाश (17) के सिर और पैर में, आनंद कुमार पुत्र कल्ला अहिरवार (30) के सिर में और हरभजन अहिरवार (25) के हाथ में चोट आई है।
5 सितंबर को भी हुई थी मारपीट
बसंतराम के मुताबिक आरोपियों ने ही मारपीट के बाद डायल 100 को फोन लगाया। पुलिस सभी घायलों को जिला अस्पताल लाई, जहां उनका इलाज किया जा रहा है। घायलों की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है। घायल बसंतराम का आरोप है कि 5 सितंबर को भी रामचरण के पुत्र ने उसके साथ मारपीट की थी।
दोनों के बीच पहले भी हो चुका है विवाद
इस घटना से जुड़ी एक और जानकारी भी सामने आई है। बताया गया है कि देरी रोड की आदित्यपुरम कॉलोनी में प्लॉट खरीदने करने को लेकर बसंतराम और रामचरण के बीच पुराना विवाद है। बसंतराम ने आदित्यपुरम कॉलोनी में 20&50 का प्लॉट लिया था, जिसका बयाना वह दे चुका था। इसी प्लॉट को रामचरण विश्वकर्मा भी खरीदना चाहता था और उसका कहना था कि वह अपने आसपास दलित समाज के लोगों को नहीं रहने देगा। इस बात को लेकर पहले भी दोनों के बीच विवाद हुआ था। मामला थाने पहुंचा था, लेकिन बाद में दोनों का राजीनामा हो गया। बताया जा रहा है कि इसी मामले को लेकर बीती शाम दोनों के बीच एक बार फिर विवाद हुआ है।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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