यूपी में भूमाफियाओं से परेशान दलितों का फूटा गुस्सा, बोले- अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो कर लेंगे धर्म परिवर्तन
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भू-माफियाओं से तंग आकर दलित समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन के साथ मिलकर भू-माफिया उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं. इसको लेकर हाथ में पोस्टर-बैनर लेकर वह सड़कों पर इकट्ठा हुए और उन्होंने एक मार्च निकाला. उन्होंने धमकी दी कि अगर उनके साथ इंसाफ नहीं हुआ तो वह आगामी बैठक में इस्लाम धर्म अपनाने पर विचार करेंगे.
दरअसल बीते दिनों अलीगढ़ के बन्नादेवी क्षेत्र में एक मंदिर की जमीन को लेकर हिंदूवादी संगठन और दलित समाज के लोग आमने-सामने आ गए थे. पुलिस ने दोनों ही पक्षों को एसडीएम को कागज दिखाने के लिए कहा था, जिसके बाद हिंदूवादी पक्ष के लोगों ने एसडीएम को कागज दिखाया और एसडीएम ने उनके पक्ष में फैसला कर दिया. जिसके बाद नाराज दलित समाज के लोगों ने शुक्रवार को हाथों में पोस्टर-बैनर लेकर प्रदर्शन किया. उनका कहना था कि यदि भू माफियाओं ने उनकी जमीन पर कब्जा नहीं छोड़ा और प्रशासन ने कोई सहयोग नहीं किया तो वह आगामी बैठक कर इस्लाम धर्म अपनाने को मजबूर होंगे.
दलित समाज के एक नेता ने बताया कि हमारी मांग यह है कि यहां जो दलित समाज की बस्ती है, वो लोग 120 साल से रह रहे हैं और उनके 80- 90 मकान बने हुए हैं. बाहर रोड पर दुकानें बनी हुई हैं. एक बगीचा था जिसमें नीलकंठ महादेव मंदिर, अंबेडकर सामुदायिक भवन और अंबेडकर धर्मशाला बनी हुई है. कुछ भू-माफियाओं ने फर्जी ट्रस्ट बनाकर और शासन-प्रशासन न्यायालय को गुमराह करके यहां कब्जा करने की कोशिश की.
मंदिर के बाहर बना दी दीवार
इसका विरोध करने के बाद भी वह लोग नहीं माने और प्रशासन को गुमराह करके एक फर्जी ट्रस्ट और डिग्री दिखाकर जमीन पर कब्जा करने की पूरी कोशिश की. उसके बाद में दीवार वहां पर बना दी गई. जब एसडीएम और सीओ साहब से बात हुई तो उन्होंने कहा कि आवारा पशु जो मंदिर में आकर गंदगी करते हैं, उससे बचने के लिए दीवार जरूरी है और आश्वासन भी दिया कि इसके अलावा कोई और कार्य नहीं होगा.
इस्लाम धर्म अपनाने की धमकी
दलित समाज के नेता अशोक ने कहा कि मंदिर में पूजा करने के लिए लोग कैसे जाएंगे. उन्होंने दीवार बनाने पर भी सवाल उठाए. अशोक ने कहा कि 12 फीट की दीवार बनाने का मकसद क्या है. प्रशासन के आश्वासन के बाद भी वहां तोड़फोड़ नहीं रुकी और महापुरुषों की प्रतिमाओं को भी तोड़ दिया.
उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि दोनों पक्षों को बुलाया जाए और बारीकी से पत्रावली का अवलोकन करें. इसके साथ ही धमकी दी है कि अगर तोड़फोड़ नहीं रोकी गई तो हम तंग आकर आने वाले समय में धर्म-परिवर्तन का निर्णय लेंगे. अगर जरूरत हुई तो इस्लाम धर्म भी अपनाएंगे.
सौजन्य : Aajtak
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