‘मेरे पिता के उप-प्रधानमंत्री होने पर भी हमने भेदभाव झेला’ : दलित छात्र की हत्या पर बोलीं मीरा कुमार
नई दिल्ली. पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने मंगलवार को राजस्थान में 9 वर्षीय बच्चे की मौत पर एक ट्वीट के जरिए अपनी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की. दरअसल, राजस्थान के जालौर जिले के सुराना गांव में एक निजी स्कूल के शिक्षक ने दलित छात्र इंद्र मेघवाल को 20 जुलाई को पानी का मटका छूने के आरोप में बुरी तरह से पीटा था. राजस्थान की इस वीभत्स घटना का जिक्र करते हुए मीरा कुमार ने कहा कि उनके पिता, पूर्व उप-प्रधानमंत्री और दलित नेता बाबू जगजीवन राम को सौ साल पहले इसी तरह के भेदभाव का सामना करना पड़ा था.
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘100 वर्ष पहले मेरे पिताजी बाबू जगजीवन राम को स्कूल में सवर्णों के घड़े से पानी पीने से रोका गया था. किसी तरह उनकी जान बच गई. आज, इसी वजह से एक 9 वर्ष के दलित बच्चे को मार दिया गया. आज़ादी के 75 वर्षों के बाद भी जातिवाद हमारा सबसे बड़ा शत्रु है. कलंक है.’ मीरा कुमार ने एनडीटीवी से एक विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘अब, आजादी के 75 साल बाद भी भारत नहीं बदला है. यहां सबकुछ पहले जैसा ही है.’
कांग्रेस नेता मीरा कुमार ने कहा, “मैंने अपने पिता से पूछा? ‘आपने आजादी के लिए लड़ाई क्यों लड़ी? इस देश ने आपके लिए कुछ नहीं किया. इसने आपको या आपके पूर्वजों को कुछ नहीं दिया’. तो उन्होंने कहा, ‘आजाद भारत बदलने जा रहा है. हमारे पास एक ऐसा समाज होगा, जिसकी कोई जाति नहीं होगी. मुझे खुशी है कि वह अब इस दुनिया में नहीं हैं.’ उन्होंने बताया कि उनके लिए भी चीजें नहीं बदली हैं. मीरा कुमार ने कहा, ‘मुझ पर भी भद्दी टिप्पणियां और इशारे किये गए थे.’
कैसे जाति व्यवस्था भारत की सीमाओं से परे चली गई है? यह दिखाने के लिए उन्होंने एक किस्सा बताते हुए कि वह जब वह लंदन में किराए पर एक घर की तलाश कर रही थी, तो मकाल मालिक, जो एक ईसाई था, ने उसकी जाति के बारे में पूछा. मीरा कुमार ने आगे कहा, “मुझे घर पसंद आया और मैंने कहा कि मैं शिफ्ट हो जाऊंगी. जब मैं वहां से जा रही थी, तो मकान मालिक ने आखिरी सवाल किया- ‘क्या आप ब्राह्मण हैं?’ मैंने कहा- ‘नहीं, मैं ब्राह्मण नहीं हूं. मैं अनुसूचित जाति से हूं. क्या आपको कोई समस्या है?’ उसने कहा ‘नहीं’. लेकिन उसने मुझे घर नहीं दिया.”
गौरतलब है कि राजस्थान के जालौर जिले के सुराना गांव में एक निजी स्कूल के शिक्षक ने दलित छात्र इंद्र मेघवाल को 20 जुलाई को पानी का मटका छूने के आरोप में बुरी तरह से पीटा था. मेघवाल की 13 अगस्त को अहमदाबाद के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. पुलिस ने आरोपी शिक्षक छैल सिंह (40) को गिरफ्तार कर लिया है. उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत हत्या की धारा और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है.
सौजन्य : News18
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