बर्बरता की हदें पार, चिल्लाती रही दलित महिला और पीटते रहे बेखौफ दबंग
उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात के महिला प्रधान जिला होने के बावजूद महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और बर्बरता की तस्वीरें आए दिन सामने आ रही हैं. जिस जिले में सरकार ने महिला मंत्री को नियुक्त किया हो, जिस जिले में पुलिस कप्तान खुद एक महिला हों, जिस जिले में प्रशासन की बागडोर भी महिला जिला अधिकारी के हाथ में हो फिर भी इस जिले में महिलाओं पर अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है. महिलाओं को सशक्त और नारी सशक्तिकरण की बात करने वाली प्रदेश सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का दम भर रही है. वहीं सरकार प्रदेश में अपराध मुक्त वातावरण का भी हवाला दे रही है. बावजूद इसके जनपद में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि पुलिस प्रशासन और सरकार भी इन अपराधियों के आगे बौनी साबित हो रही है.
दबंगों ने की महिला के साथ बर्बरता
मामला कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र का है. रूरा थाना क्षेत्र में चिरौली गांव में एक महिला के साथ दबंगों की बर्बरता का एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने जनपद की पुलिस और प्रशासन पर तमाम सवाल खड़े कर दिए हैं. दबंगों के हौसले इस कदर आसमान पर हैं कि हाथों में फरसा और डंडा लिए ये दबंग कानपुर देहात के गांव में रहने वाली एक दलित महिला और उसके पति के साथ ऐसी बर्बरता कर रहे हैं जिसे देखकर आपकी आत्मा भी कांप जाएगी. वीडियो में साफ तौर से देखा जा सकता है कि किस तरह से दो दबंग पहले तो महिला को लाठी और डंडों से बेरहमी से पीट रहे हैं और फिर उसके बाद पास में ही खड़े उसके पति के ऊपर ताबड़तोड़ फरसे से वार पर वार कर रहे हैं. मार खाने वाला शख्स मौके पर ही मरणासन्न अवस्था में चला गया.
महिला चिल्लाती रही, दबंग पीटते रहे
इन दबंगों के अरमान यहां तक पूरे नहीं हुए. पीटकर वापस लौट रहे इन दबंगों का विरोध जब मार खाए हुए युवक की पत्नी ने किया तो इन लोगों ने पलटकर फिर से एकबार वार पर वार शुरू कर दिए. दबंगों ने यह भी नहीं देखा कि उनके सामने एक महिला खड़ी है. एक ऐसी महिला जो असहाय और बेबस भी है. दबंगों की लाठियां और फरसे लगातार बढ़ते रहे और महिला चिल्लाती रही. महिलाओं को सशक्त करने के लिए ऊंचे-ऊंचे मंचों से सरकार खूब नारे लगाती है लेकिन जमीनी हकीकत की बात करें तो महिलाओं के खिलाफ अत्याचार कम नहीं हो रहा है.
पुलिस करती रही खानापूर्ति
दबंगों की बर्बरता का वीडियो वायरल होने के बाद पीड़ित परिवार न्याय की उम्मीद में चौकी और थानों की चौखटों पर अपनी एड़ियां खींचता रहा और गुहार लगाता रहा कि उसके साथ हुई घटना में उसे न्याय मिल जाए लेकिन कानपुर देहात पुलिस खानापूर्ति करती रही. रूरा थाना पुलिस ने फिलहाल इस दलित परिवार की तहरीर पर मुकदमा तो लिख दिया लेकिन धाराएं इतनी हल्की रहीं कि शायद दबंग अपने रुतबे और पहुंच के चलते फिर से बाहर आएंगे और फिर बर्बरता की कोई और कहानी लिखेंगे.
मुझे बचाने वाला कोई नहीं-पीड़ित
वहीं जब पीड़ित से हमने बात की तो पीड़ित ने बताया कि उसे बचाने वाला गांव में कोई भी नहीं था. दबंग लगातार उसपर वार करते रहे और वह चिल्लाता रहा. पीड़ित विमल ने यह भी बताया कि दबंग उसे धारदार फरसे और लाठी से मारते रहे. पुलिस ने शिकायत के बावजूद उसे सिर्फ चक्कर कटवाए.
क्षेत्राधिकारी ने क्या कहा
वहीं जब हमने इस पूरे मामले में क्षेत्राधिकारी प्रभात कुमार सिंह से बात की तो वे मीडिया के सामने बोलने से हिचकते नजर आए और कम शब्दों में अपनी बात कहकर इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया. क्षेत्राधिकारी ने कहा कि इस पूरे मामले में पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और अपराधियों की तलाश की जा रही है. जैसे ही अपराधी गिरफ्त में आएंगे उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जेल भी भेजा जाएगा.
सवाल ये है कि क्या हर बार पुलिस का यही हटाया जवाब वाजिब है. आखिर कब तक यह अपराध और अपराधी वारदात को अंजाम देते रहेंगे? कब थमेगा महिलाओं पर हो रहे अत्याचार का सिलसिला.
सौजन्य : Abplive
नोट : यह समाचार मूलरूप से abplive.com में प्रकाशित हुआ है. मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है !