दलित शोषण मुक्ति मंच ने बच्चों का भविष्य संवारने पर प्रधान अरुणा को किया सैल्यूट
नाहन, 26 जुलाई : चंद रोज पहले चार मासूम बच्चों को माता-पिता का साया नसीब होने की खबर सामने आई थी। सराहां उपमंडल की टिक्करी पंचायत की प्रधान अरुणा ठाकुर उसकी सूत्रधार बनी थी, जिन्होंने मासूम बच्चो को बिछड़े माता-पिता से मिलवाने के बाद ही दम लिया। नेक कोशिश में जात-पात को आड़े नहीं दिया गया।
अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले बच्चों की मदद पर दलित शोषण मुक्ति मंच ने पंचायत प्रधान अरुणा ठाकुर, उप प्रधान संजीव ठाकुर व पूर्व उप प्रधान पूर्ण ठाकुर की सोच की सराहना की है।मंच के जिला संयोजक आशीष कुमार ने इसे मानवता के प्रति सेवा व समर्पण बताते हुए कहा कि मौजूदा समाज को ऐसे ही लोगों की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि समाज में बंटवारे के माहौल के चलते इस तरह की सकारात्मक खबरों से सुकून मिलता है। साथ ही ये विश्वास होता है कि इस परिवेश में चाहे कितनी ही विषम परिस्थितियां पैदा हो जाएं, लेकिन समाज को नई दिशा व रास्ता दिखाने वालों की कमी नहीं है।
उन्होंने कहा कि ये विडंबना है कि छोटे-छोटे मासूम बच्चे मिट्टी खा रहे थे। वहीं जाति-पाति के बंधन से ऊपर उठकर प्रधान, उप प्रधान व पूर्व प्रधान द्वारा उठाया गया कदम सराहनीय है, इसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि समय आने पर दोनों पंचायत प्रधानों को सम्मानित भी किया जाएगा।
दीगर है कि पंचायत प्रधान हेमराज कश्यप ने भी बच्चों को आश्रय देने में एक खास भूमिका को निभाया था,यहां तक की बच्चो के उज्जवल भविष्य को लेकर भी कदम उठाना शुरू कर दिए है।
सौजन्य : Mbmnewsnetwork
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