अनूसूचित जाति के लोग झुककर इज्जत नहीं देते, इसलिए दबंगों ने जमकर पीटा
सुप्रीम कोर्ट के अनुसार जाति से प्रेरित हिंसा की घटनाओं से पता चलता है कि आजादी के 75 साल बाद भी जातिवाद खत्म नहीं हुआ है। भारत में जाति संबंधी हिंसा विभिन्न रूपों में होती है।
ह्यूमन राइट्स वॉच की एक रिपोर्ट के अनुसार , “भेदभावपूर्ण और क्रूर, अमानवीय और भारत में 165 मिलियन से अधिक लोगों के अपमानजनक व्यवहार को जाति के आधार पर उचित ठहराया गया है। जाति प्रकृति पर आधारित है और वंशानुगत है।
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में सामंतवाद और दबंगई का एक ऐसा ही मामला सामने आया है। मामला यह था कि दलित झुककर इज्जत नहीं देते, इसलिए दबंगों ने घर में घुसकर पिटाई कर दी।
जानकारी का अनुसार, जिले के हरपालपुर थाना क्षेत्र के अमा गांव में पुरानी रंजिश और आदर-सत्कार न करने के चलते दबंगों ने हरिजनों पर कहर बरपाया है। घटना गुरुवार देर शाम की है, जहां गांव की हरिजन बस्ती इलाके में घर में घुसकर दलित परिवार को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर घायल कर दिया गया। मारपीट की घटना में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों में महिलाएं, बच्चे भी शामिल हैं। जिनके हाथ पैरों में गंभीर चोटें आई हैं।
सरेआम मारपीट की घटना से गांव में दहशत का माहौल है। आरोप है कि दबंगों ने हरिजन बस्ती के लोगों के साथ मारपीट के साथ ही महिलाओं से बदसलूकी की है। वहीं, पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया और मामले की जांच के साथ ही आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
यह है पूरा मामला
अमां गांव निवासी दयाराम अहिरवार ने बताया कि मैं और बिंदिया बाई, पूजा अहिरवार, सरोज अहिरवार, पुष्पेंद्र अहिरवार, गोविंद अहिरवार, सुंगन्ध अहिरवार, दीपचंद्र अहिरवार, बृजेन्द्र अहिरवार अपने घर में थे। तभी देर शाम 7-8 बजे के करीब गांव के ही दबंग लोग हाथों में लाठी-डंडे लेकर आये और पुरानी रंजिश में गाली-गलौच करने लगे, जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उन्होंने मारपीट कर दी।
कहा कि तुम लोगों के मोहल्ले में हम लोग आते या गुजरते हैं तो तुम लोग चारपाई और कुर्सियों, चबूतरों पर बैठे रहते हो, उठकर और झुककर इज्जत नहीं देते, जबकि यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और अब तुम उसको तोड़ रहे हो और बस इसी बात को लेकर उन्होंने जवाब दे दिया, जिसमें तू-तू-मैं-मैं हो गई और विवाद हो गया।
जहां फिर वह लाठी-डंडों से लैस होकर आए और घर में घुसकर आतंक का तांडव करते हुए बच्चों, महिलाओं, पुरुषों सहित सभी के साथ जमकर मारपीट कर दी। चीख-पुकार सुनकर ग्रामीणों ने हस्तक्षेप कर बचाया, जिसके बाद वह गांव के सरपंच के साथ थाना हरपालपुर पहुंचकर शिकायत करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है।
थाने में मामला दर्ज
मामले में हरपालपुर थाना पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ धारा 452, 323, 294, 506, 34 एवं SCST एक्ट की धारा 3(1)द, 3(1)घ, 3(2)(va) के तहत मामला दर्ज करते हुए विवेचन और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
सौजन्य : Thenetizennews
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