मिंटू हत्याकांड में आरोपी सतेंद्र को मिली उम्रकैद की सजा, ग्राम छाछरपुर में हुई थी फावड़े से काटकर हत्या
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मुज़फ्फरनगर। लगभग 19 साल पहले गत 9 अक्टूबर 2003 को थाना खतौली के ग्राम छाछरपुर में टेलीफोन की लाइन के गड्ढे खोदने गया दलित मिंटू उर्फ शिवकुमार की फावड़े से हमला कर हत्या के मामले में आरोपी सतेंद्र को उम्रकैद व 5 हज़ार रुपये का जुर्माना किया गया है । मामले की सुनवाई विशेष अदालत एससी/एसटी के ज़ज़ जमशेद अली की कोर्ट में हुई । अभियोजन की ओर से विशेष अभियोजक यशपाल सिंह व एडीजीसी सहदेव सिंह ने पैरवी कर 7 गवाह पेश किए।
बता दें कि मामले के निस्तारण में देरी इस कारण हुई कि बचाव पक्ष ने आरोपी सतेंद्र को मानसिक रोगी बताया था। इस पर उसे मानसिक रोग अस्पताल वाराणसी रिपोर्ट के लिए भेजा गया। रिपोर्ट में उसे मानसिक रोगी नहीं बताया गया।
अभियोजन की कहानी के अनुसार गत 9अक्टूबर 2003 को थाना खतौली के ग्राम छाछरपुर में टेलीफोन के गढ्ढे खुदने के विवाद को लेकर मिंटू उर्फ शिवकुमार की फावड़ा मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक के पिता श्रीचंद ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिस में सतेंद्र, महेश, लेखराज व नीरज को नामजद किया था मामले की जांच तत्कालीन सीओ खतौली कुंवरपाल सिंह ने की थी। तीन अभियुक्त महेश, लेखराज व नीरज को पुलिस नहीं पकड़ सकी थी । पुलिस ने केवल सतेंद्र पुत्र तारा को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल किया था। घटना के बाद से जेल में बंद सतेंद्र को उम्रकैद व 5 हज़ार रुपये का जुर्माना किया गया।
सौजन्य : Royalbulletin
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