सुमित्रा बाल्मीकि की दो टूक, इतना है दलित प्रेम तो त्यागपत्र देकर दलित को भेजे राज्यसभा
राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीकि के साथ सागर में हुई घटना को लेकर राजनीति गरमा गई है। गेस्ट हाउस से राज्यसभा सांसद का सामान फेंके जाने और रूम खाली कराने को लेकर कांग्रेस ने इसे दलितों का अपमान बताया है। वहीं इस मामले पर सुमित्रा बाल्मीकि ने कहा कि कांग्रेसी इस पर सियासत ना करें। सुमित्रा बाल्मीकि ने राज्यसभा सांसद विवेक तंखा पर पलटवार करते हुए कहा कि यदि कांग्रेस को इतना दलितों की चिंता है तो फिर वह क्यों नहीं दलित को राज्यसभा भेज देती।
सुमित्रा बाल्मीकि ने राज्यसभा सांसद विवेक तंखा पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि उनको इतना दलित प्रेम जाग रहा है तो वह क्यों दो-दो बार सांसद बने अपनी जगह किसी दलित को राज्यसभा सांसद बनवा देते।
प्रशासनिक चूक पर कांग्रेस कर रही राजनीति
सुमित्रा बाल्मीकि ने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। लिहाजा वह इस तरह के बयान बाजी कर रही है। राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मिकी ने कहा कि ये वही कांग्रेस है। जिसने बाबू जगजीवन राम का कांग्रेस कार्यालय से सामान फिकवा दिया था। इस बारे में उनकी पार्टी संगठन से बात हो चुकी है। और मामले को लेकर कार्रवाई भी हो गई है। सुमित्रा बाल्मीकि कहना है कि यह मानवीय चूक है लिहाजा इस तरह से छोटे कर्मचारी पर कार्रवाई करने के फेवर में वो कतई नहीं है।
घटना के बाद केयर टेकर निलंबित
विश्राम गृह में राज्यसभा सांसद के सामान को दूसरी जगह शिफ्ट प्रोटोकॉल का पालन न करने पर कलेक्टर दीपक आर्य ने केयर टेकर को निलंबित कर दिया है। हालांकि राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीकि का कहना है की मानव से गलती हो जाती है। मेरे द्वारा उन्हें माफ कर दिया गया है। वही केयर टेकर हरिनारायण कोरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय लोक निर्माण विभाग उप संभाग बंडा किया गया है। साथ ही सिटी मजिस्ट्रेट वा जिला सत्कार अधिकारी सपना त्रिपाठी को कारण बताओ नोटिस जारी कर 2 दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।
मामले में एसडीएम को शोकॉज नोटिस
मामला तूल पकड़ने के बाद मामले में दोषी सागर एसडीएम को नोटिस जारी कर 2 दिन के अंदर जवाब मांगा गया है। वहीं गेस्ट हाउस से सामान निकालने वाले कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है। शोकॉज नोटिस में एसडीएम से पूछा गया है कि, आखिर राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीकि का सामान किसके आदेश पर बाहर निकाला गया था। नोटिस में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि क्या जिला सत्कार अधिकारी की जिम्मेदार नहीं बनती हो राज सभा सांसद के प्रोटोकाल का ध्यान रखें।
यह है पूरा मामला
निकाय चुनाव के प्रचार के लिए सुमित्रा बाल्मीकि कई जिलों के दौरे पर थी। 3 तारीख को भी सुमित्रा बाल्मीकि सागर दौरे पर पहुंची। जहां पर उनके लिए सरकारी गेस्ट हाउस में रूम बुक कराया गया था। लेकिन जब सुमित्रा बाल्मीकि अपने चुनाव प्रचार के बाद रूम में लौटी तो रूम से उनका सामान बाहर कर दिया गया था। सुमित्रा बाल्मीकि इस बात को लेकर वहां के कर्मचारियों से पूछा की आखिर किसके कहने पर ये सब किया गया तो कोई कुछ भी जवाब नहीं दे पाया जिसके बाद सुमित्रा बाल्मिकी ने वहां के एक कर्मचारी को फटकार भी लगाई।
मंत्री के इशारे पर हुआ था खेल!
ऐसी बात सामने आ रही है कि इस पूरी घटना के पीछे सागर के ही एक मंत्री का ही हाथ है। खबर है कि उन्होंने ही इस रूप को खाली कराने के आदेश दिए थे जिसके बाद वहां की सफाई कर्मचारी ने सुमित्रा बाल्मीकि का सामान निकाल दूसरे कमरे में रख दिया।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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