दलितों पर बढ़ रहे हमले को लेकर किया प्रदर्शन कहा- रघुवर राज के रास्ते पर चल रही है सरकार
दलितों पर बढ़ रहे हमले को लेकर आइसा ने पलामू एसपी के खिलाफ प्रर्दशन किया। 29 मई को चैनपुर के बरांव में भुइयां जाति के की हत्या करने की कोशिश और 9 मई को नौडीहा बाजार प्रखंड के डुमरी के ललन पासवान का घर बुलडोजर से ढाह दिया गया। इसके पूर्व भी 20 मार्च को पड़वा प्रखंड के बटसारा गांव में दलित जाति के साथ मारपीट व घर में लगे बोलेरो गाड़ी की तोड़फोड़ कर दी गयी थी। 18 जून को छतरपुर के साढ़मा गांव गुलाबचंद कॉलेज के बगल में दलित लड़की के साथ छेड़खानी और विरोध करने पर उसकी बेल्ट से निर्मम पिटाई जैसी घटनाएं दलित व आदिवासी समुदाय पर लगातार बढ़ते हमले के उदाहरण हैं।
प्रदर्शन में शामिल नेताओं ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि इन मामलों में पुलिस निष्पक्ष जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय उल्टा शोषित-उत्पीड़ित होने वाले लीगों पर ही मुकदमा कर रही है। झारखंड की जनता ने रघुवर सरकार को हटाकर हेमंत सरकार पर भरोसा किया था, परंतु इस सरकार में भी पुलिस उसी तरह काम कर रही है। आइसा ने प्रदर्शन के माध्यम दोषियों के खिलाफ अविलंब कार्रवाई की मांग की है। प्रदर्शन में भाकपा माले के राज्य स्थाई कमेटी सदस्य रविंद्र भुइयां, झारखंड राज्य दिहाड़ी मजदूर यूनियन के राजीव कुमार आदि मौजूद रहे।
सौजन्य : Dainik bhaskar.com
नोट : यह समाचार मूलरूप से bhaskar.com में प्रकाशित हुआ है. मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है !